नई दिल्ली: देश और दुनिया में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है. रोजाना कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के कारण लोगों में अभी दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. इस बीच कई दवा निर्माता कंपनियों से उम्मीदें जगी हैं और जल्द ही वे कोरोना वैक्सीन को लोगों के लिए मुहैया करवाने वाले हैं. इस बीच कोरोना वैक्सीन लोगों को लगेगी कैसे? इसकी जानकारी भी सामने आई है.
कोरोना वैक्सीन का इंतजार पूरी दुनिया को है. ऐसी उम्मीदें जगी हैं कि कोरोना वैक्सीन से कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोका जा सकता है. देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड के बाद अब हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने सोमवार को नियामक से संपर्क किया. वैक्सीन उम्मीदवार भारत बायोटक ने देश मे बन रही कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन के अनुमोदन की मांग की है.
एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत बायोटेक ने प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन किया है. विषय विशेषज्ञ समिति सभी तीन वैक्सीन उम्मीदवार (फाइजर, सीरम और भारत बायोटेक) को देखेगी, जिसके आधार पर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के जरिए आखिरी फैसला लिया जाएगा. कोविड-19 वैक्सीन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति प्रशासन ने कहा है कि 97 फीसदी सरकारी और 70 फीसदी निजी फ्रंटलाइन हेल्थकेयर श्रमिकों का डेटा हासिल हो चुका है. इस पर अंतिम खाका तैयार किया गया है.
शीर्ष सरकारी सूत्रों के मुताबिक वैक्सीन लगाए जाने के दिशानिर्देशों को अंतिम रूप दिया गया है. प्रत्येक टीकाकरण केंद्र में तीन अलग-अलग कमरे होंगे. पहले कमरे में लाभार्थी को इंतजार करना होगा. दूसरा कमरा वह जगह है जहां वास्तविक टीका प्रशासन की ओर से लगेगा. वहीं आखिरी में उन्हें अवलोकन कक्ष में भेजा जाएगा, जहां उन्हें 30 मिनट तक बैठना होगा. इस अवधि के दौरान कुछ प्रतिकूल प्रतिक्रियाएं होती हैं.’
सूत्रों ने कहा है कि चूंकि प्रत्येक टीकाकरण में कम से कम 30 मिनट का समय लगेगा. इसलिए प्रत्येक सत्र में केवल 100 शॉट्स का प्रबंध किया जाएगा. हर सत्र में 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. वहीं 30 मिनट के बाद टीकाकरण के प्रतिकूल घटना की रिपोर्ट, अगर कोई हो तो, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर करेंगे.
दुनिया में कोरोना वायरस के कारण अब तक 6.8 करोड़ से ज्यादा लोगों संक्रमित हो चुके हैं. वहीं यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इसके अलावा कोरोना वायरस के कारण दुनिया में अब तक 15.5 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा 4.7 करोड़ से ज्यादा कोरोना मरीजों का इलाज भी किया जा चुका है. वहीं भारत में अब तक 97 लाख से ज्यादा कोरोना केस सामने आ चुके हैं और 1.4 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. भारत में फिलहाल एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 4 लाख से कम है.