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जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले की अमित शाह ने निंदा की, कहा- केंद्र सरकार इस घटना को गंभीरता से ले रही है

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में जाने के दौरान डायमंड हार्बर इलाके में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर पत्थर फेंके गए. इस घटना की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य नेताओं ने निंदा की है.

अमित शाह ने ट्वीट किया, ”आज बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये वो कम है. केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है. बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा.”

अमित शाह ने कहा, ”तृणमूल शासन में बंगाल अत्याचार, अराजकता और अंधकार के युग में जा चुका है. टीएमसी के राज में पश्चिम बंगाल के अंदर जिस तरह से राजनीतिक हिंसा को संस्थागत कर चरम सीमा पर पहुँचाया गया है, वो लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए दु:खद भी है और चिंताजनक भी.”

वहीं राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के प्रवास के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के क़ाफ़िले पर हुए हमले के बाद मैंने उनसे फ़ोन पर बात करके उनके कुशल क्षेम की जानकारी प्राप्त की है. यह घटना पश्चिम बंगाल राज्य की गिरती क़ानून व्यवस्था का परिचायक है.

उन्होंने कहा, ”लोकतंत्र में राजनीतिक नेताओं को इस तरह से निशाना बनाना बेहद चिंताजनक है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के क़ाफ़िले पर हुए हमले की गम्भीरता को देखते हुए इसकी पूरी जाँच की जानी चाहिए और इस घटना की ज़िम्मेदारी तय की जानी चाहिए.

बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने काफिले पर हमले के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा रि पश्चिम बंगाल ‘अराजक और असहिष्णु’ राज्य बन गया है. उन्होंने कहा कि अगर मैं बैठक के लिए यहां पहुंच पाया हूं तो यह मां दुर्गा की कृपा है.  नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार के गिने-चुने दिन बचे हैं, हमें इस ‘गुंडाराज’ को पराजित करना है.

बीजेपी ने बताया कि पथराव की घटना में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की कार में तोड़-फोड़ की गयी. पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने बताया, ‘‘डायमंड हार्बर की हमारी यात्रा के समय तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया और नड्डा के वाहन तथा दूसरी गाड़ियों पर पत्थर फेंके. यह तृणमूल कांग्रेस का असली रंग दिखाता है.’’ बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और सुनिश्चित किया कि काफिला वहां से गुजर सके.

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