नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. इस दौरान विपक्ष की ओर से उठाए गए सवालों का सरकार की ओर से जवाब दिया जा रहा है. कुछ मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है. अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगती सीमा पर हलचल और राजीव गांधी फाउंडेशन के खिलाफ की गई कार्रवाई का मुद्दा मंगलवार को संसद में उठा. संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में दोनों पक्षों के बीच इतनी गरमा-गरम बहस होने लगी की वह हंगामा में तब्दील हो गया. हालात को अनियंत्रित होता देख दोनों सदनों को स्थगित तक करना पड़ गया. निर्धारित समय के बाद फिर से दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू की गई. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन से टकराव के मसले पर संसद में बयान भी दिया.
मंगलवार को लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं चलने देने पर गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि वह इस कृत्य की निंदा करते हैं. गृह मंत्री ने आगे बताया कि संसदीय कार्य मंत्री ने साफ कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में तवांग फेसऑफ के मुद्दे पर बयान देंगे. शाह ने कहा कि जब मैंने प्रश्नकाल की सूची देखी और प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद मुझे कांग्रेस की चिंता समझ में आई. एक सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में था.
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