ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कमलाराजा अस्पताल में एक महिला ने चार पैर वाली बच्ची को जन्म दिया है। ये खबर शहर में फैलते ही अस्पताल के आसपास लोगों का जमावड़ा भी लग गया है। फिलहाल नवजात को न्यूबॉर्न केयर यूनिट में रखा गया है। हर कोई जानने की इच्छा भी रख रहा है कि आखिर यह कैसे हुआ है। इसको लेकर डॉक्टर ने ने भी मेडिकल जानकारी दी है। डॉक्टर की ओर से कहा जा रहा है कि इसे मेडिकल की भाषा में इसे इशियोपेगस कहते हैं। यह लाखों में से 1 बच्चे में होता है, जब अतिरिक्त अंग विकसित हो जाते हैं।
डॉक्टर ने भी यह जानकारी दी है। डॉक्टर की ओर से कहा जा रहा है कि इसे मेडिकल की भाषा में इशियोपेगस कहते हैं। यह लाखों में से 1 बच्चे में होता है, जब अतिरिक्त अंग विकसित हो जाते हैं।जयारोग्य अस्पताल समूह के अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ के मुताबिक नवजात में शारीरिक विकृति है और कुछ भ्रूण अतिरिक्त बन गए हैं। यही कारण है कि शिशु में शरीर के नीचे के भाग का अतिरिक्त विकास हो गया है। अब सवाल यह है कि क्या जिंदगी भर के लिए बच्चे ऐसे ही रहेगी? इसके जवाब में डॉक्टर ने कहा है कि ऐसे बच्चों को सर्जरी के जरिए नॉर्मल किया जाता है। इस बच्चे के केस में भी ऐसा ही होगा। उसके अतिरिक्त दो पैर को सर्जरी के जरिए निकाल दिया जाएगा। फिलहाल बच्ची को स्टडी किया जा रहा है। इसके साथ ही उसकी सेहत भी नॉर्मल बताई जा रही है। फिलहाल सोशल मीडिया पर बच्चे की तस्वीर वायरल हो गई है। हर कोई उसे देखने को लालायित है।
ग्वालियर के कमलाराजा महिला एवं बाल तथा शिशु रोग विभाग की है। यहीं पर एक महिला ने इस बच्चे को जन्म दिया। महिला का नाम आरती कुशवाहा बताया जा रहा है। इसके साथ ही प्रसूता की बहन ने यह भी बताया है कि आरती की पहले से ही दो बेटियां हैं। तीसरी बेटी चार पैरों के साथ पैदा हो गई है। परिवार की हालत ऐसी नहीं है कि वह सर्जरी का खर्च उठा सके। अब परिवार पूरी तरीके से सरकार से आस लगाए हुए बैठा है। हालांकि, लोगों में इसको लेकर तरह-तरह के चर्चा भी हैं। कुछ लोग इसे चमत्कारी बता रहे हैं तो कुछ लोग इसे दैवीय अवतार भी मान रहे हैं।