अंबिकापुर। सरगुजा जिले के सीतापुर एवं लुंड्रा क्षेत्र के 19 मजदूरों को महाराष्ट्र में काम करने के बहाने ले जाकर ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिया गया था। इसकी शिकायत पर कलेक्टर एवं एसपी ने संयुक्त टीम बनाकर महाराष्ट्र भेजा था। संयुक्त टीम सभी बंधक मजदूरों को मुक्त करा साथ लेकर लौट आई है। मामले में आगे जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। मजदूरों ने बंधक बनाकर 15 घंटे काम कराने एवं मजदूरी नहीं दिए जाने की जानकारी परिजनों को दी तो प्रशासन तक इसकी शिकायत पहुंची थी।
सरगुजा जिले के के सीतापुर एवं लुंड्रा क्षेत्र से 19 मजदूरों को बरगीडीह के एजेंट पुष्पनंद गिरी द्वारा महाराष्ट्र में गन्ना कटाई के कार्य के बहाने ले जाया गया था। ऐंजेंट पुष्पनंद गिरी ने मजदूरों को बातया कि वहां मजदूरी ज्यादा मिलेगी व अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। मजदूरों को करीब एक माह पूर्व महाराष्ट्र के बेड़ जिले में अलग-अलग स्थानों पर काम पर लगा दिया गया। वहां वहां ठेकेदार ने मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं देने और जबरदस्ती 15 घंटे काम कराने की जानकारी परिजनों को दी।
परिजनों ने सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार एवं एसपी भावना गुप्ता सहित सीतापुर थाने को इसकी सूचना दी थी। मजदूरों को मुक्त कराने नायब तहसीलदार कोमल साहू के नेतृत्व में श्रम निरीक्षक केके प्रजापति, एएसआई बालमुकुंद एवं दो आरक्षकों की टीम महाराष्ट्र भेजी गई थी।
मजदूरों को लेकर लौटी टीम
संयुक्त टीम ने महाराष्ट्र पहुंचकर मजदूरों की खोजबीन की जो विभिन्न संस्थानों में श्रमिक का कार्य कर रहे थे। टीम ने महाराष्ट्र के बीड़ जिले के जिला प्रशासन के सहयोग से सभी मजदूरों को मुक्त करा लिया। सभी श्रमिकों को लेकर प्रशासनिक टीम अंबिकापुर पहुंच गई। सीतापुर क्षेत्र के नकना के सनीष 20 वर्ष, ओमप्रकाश 17 वर्ष, राजेश 18 वर्ष, रविदास 17 वर्ष, कृष्णा 27 वर्ष सहित अन्य मजदूरों के परिजनों ने उनके वापस लौटने पर राहत की सांस ली है।