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इजरायल ने कोरोना वायरस के खिलाफ जीती जंग, मास्क पहनने से लोगों को मिली आजादी, स्कूल-कॉलेज भी खुले

जेरूसलम अप्रैल 19 कोरोना वायरस की नई लहर से पूरी दुनिया परेशान है। भारत, इटली, ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों में हर दिन लाखों लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं और हजारों लोगों की हर दिन मौत हो रही है, उस वक्त इजरायल ने घर के बाहर मास्क लगाने की पाबंदी खत्म करने का ऐलान कर दिया है। इजरायल ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीत ली है और अब घर के बाहर निकलने वाले लोगों के लिए मास्क लगाना कोई जरूरी नहीं है।

वहीं, इजरायल में अब स्कूल पूरी तरह से खुल चुके हैं तो इजरायल में लोगों ने सामान्य जीवन जीना शुरू कर दिया है। मास्क लगाने से आजादी पूरी दुनिया में इस वक्त कोरोना वायरस का नया लहर भारी संख्या में लोगों की जान ले रहा है, ऐसे वक्त में इजरायल ने कहा है कि वैक्सीनेशन की बदौलत उसने कोरोना वायरस को मात देने में कामयाबी हासिल कर ली है। देखा जाए तो इजरायल की ये जीत इंसानों में उम्मीद भरता है कि, खासकर भारत जैसे देशों में जहां इस वक्त कोरोना काफी खतरनाक स्थिति में है और लाखों मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल में करीब 56 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को पूरी तरह से वैक्सीन की डोज दे दी गई है।

मास्क लगाने की पाबंदी खत्म होने के बाद एली ब्लीच नाम की महिला बताती हैं कि ‘आखिरकार में बिना मास्क लगाए खुली हवा में सांस ले सकती हूं’। इजरायल में इन दिनों गर्मी पड़ रही है और दिन के वक्त तेज धूप होती है और अब बिना मास्क लगाए लोग सड़कों पर दिखने लगे हैं। लेकिन, अभी भी हजारों ऐसे लोग हैं, जो मास्क हटाने से डर रहे हैं। कई इजरायली लोगों का कहना है कि उन्होंने पिछले दिनों जो स्थिति देखी है, उसके बाद उन्हें मास्क हटाने से डर लग रहा है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें मास्क लगाने की आदत हो चुकी है और इस आदत को छूटने में और डर खत्म होने में अभी कुछ वक्त लगेगा। अभी भी है डर 59 साल की इलेना डैनियो बताती हैं कि ‘मुझे नहीं लगता है कि अभी इस वायरस को हमने मात दे दी है और मुझे नहीं लगता है कि ये महामारी अभी खत्म हो गया है’।

इलेना डैनियो अभी भी एक खाली रास्ते पर मास्क लगाए चल रही थीं। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक वो पूछने पर बताती हैं कि ‘कोरोना महामारी अभी भी पूरी दुनिया में फैला हुआ है और मुझे मास्क में ही अभी अच्छा लग रहा है।’ 100 से कम मामले प्रतिदिन इजरायल के स्वास्थ्य मंत्री एडलस्टेन ने लोगों से अभी भी मास्क अपने साथ रखने को कहा है। उन्होंने कहा है कि खुले क्षेत्र में अब लोगों को मास्क लगाने की इजाजत नहीं है, लेकिन बंद क्षेत्र में अभी भी लोगों को मास्क लगाना चाहिए। इजरायल में अब कोरोना वायरस के काफी कम मामले सामने आ रहे हैं। इस साल जनवरी तक प्रतिदिन इजरायल में 10 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले रिपोर्ट किए जा रहे थे जबकि अब इजरायल में 100 से कम केस हर दिन आ रहे हैं। वहीं, इजरायल रे वीजमैन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एरेन सीगल ने पिछले हफ्ते ट्विटर पर कहा है कि ’85 प्रतिशत से ज्यादा 16 साल के ऊपर वाले इजरायली या तो कोरोना वायरस से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं या फिर उन्होंने वैक्सीन ले ली है।

‘ग्रीन पास’ की व्यवस्था

इजरायल में अभी इनडोर कार्यक्रम में बैठने या फिर किसी होटल या रेस्टोरेंट में जाने के लिए ग्रीन पास की व्यवस्था की गई है। ग्रीन पास उन लोगों को दिया जा रहा है जिन्होंने वैक्सीन ले ली है, या फिर जो कोरोना वायरस संक्रमित होकर अब पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। हालांकि, इजरायल सरकार के लिए चिंता की बात वहां पिछले हफ्ते कोराना वायरस का डबल म्यूटेट इंडियन वेरिएंट मिलना है। पिछले हफ्ते सात ऐसे मरीज मिले हैं, जिनके अंदर कोरोना वायरस का इंडियन वेरिएंट मिला है। ये वेरिएंट काफी खरतनाक माना गया है। महाराष्ट्र में मिलने वाला ज्यादातर कोरोना मरीजों में इंडियन वेरिएंट मिला है, जो दो बार म्यूटेट कर चुका है। लिहाजा, इजरायल में स्वास्थ्य महकमा सतर्क नजर आ रहा है।

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