आईपीएस ओपी पाल ने मंगलवार को रायपुर आईजी पद संभाल लिया। इससे पहले ये जिम्मा संभाल रहे आनंद छाबड़ा अब पुलिस हेडक्वार्ट्स में इंटेलिजेंस के आईजी रहेंगे । ओपी पाल रायपुर के एसपी रह चुके हैं। करीब 8 साल पहले रायपुर शहर के कई बड़ी चोरियों और हत्याकांड में सफल पुलिसिंग दिखा चुके हैं। माना जा रहा है कि अब राजधानी में क्राइम कंट्रोल को लेकर ओपी पाल कुछ नए कॉन्सेप्ट्स से काम करेंगे। ओपी पाल 2003 बैच केआईपीएस हैं।
8 साल पहले रायपुर का एसपी रहते हुए ओपी पाल ने सिमी के आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। रायपुर के राजा तालाब इलाके में सिमी के स्लीपर सेल के तौर पर रहे कुछ युवकों को ओपी पाल गिरफ्तार करने में कामयाब रहे थे। इन आतंकियों का गुजरात और मुंबई में हुए ब्लास्ट में हाथ होने की बात सामने आई थी। पुलिस ने तब युवकों के पास से लैपटॉप और सीडी बरामद की थी। मप्र में सिमी का रैकेट उजागर होने के बाद सिमी से जुड़े लोग रायपुर में आकर छुपे थे। तब ओपी पाल को प्रमोट भी किया गया था।
नक्सल मोर्चे का भी अनुभव
ओपी पाल की पिछली पोस्टिंग बतौर दुर्ग रेंज आईजी की थी। उन्होंने वहां नक्सल प्रभावित इलाकों पर फोकस करते हुए काम किया था। हाल ही में उनकी तस्वीर भी सामने आई थी जिसमें ओपी औंधी, मदनवाड़ा, खड़गांव, कोहका, सीतागांव और मानपुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर जवानों से मुलाकात की और एंटी नक्सल ऑपरेशन को तेज करने को लेकर एक बैठक भी ली थी।
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