छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हरेली त्योहार के दिन अलग ही अंदाज में नजर आने वाले हैं। हरेली पर्व की तैयारियां राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में शुरू हो गई हैं। सीएम निवास में हरेली के अवसर पर छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों द्वारा सुआ, कर्मा, ददरिया और गेड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके साथ ही हरेली गीत भी गाए जाएंगे। छत्तीसगढ़ राज्य में सराकर ने जिन सार्वजनिक अवकाशों की घोषणा की है, उनमें हरेली त्यौहार भी शामिल है।
पाटन के गांव करसा से गोधन न्याय योजना का विस्तार
हरेली के अवसर पर इस बार राज्य सरकार द्वारा गोधन न्याय योजना के तहत गोमूत्र की खरीदी शुरू की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन के गांव करसा से गोधन न्याय योजना का विस्तार करते हुए गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ करेंगे। गांव के पशुपालक 4 रुपए प्रति लीटर में गोमूत्र विक्रय कर सकेंगे. दावा किया जा रहा है कि हरेली के मौके पर होने वाली इस खरीदी से प्रदेश के गौवंशपालकों को आर्थिक रूप से बड़ी मजबूती मिलेगी। अब तक किसान गोबर का विक्रय करते आये थे। अब गोमूत्र भी बेचने से उनकी आय में इजाफा होने से पशुधन विकास के कार्य को बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि कृषि के साथ पशुपालन का कार्य करने से किसान अपनी आय दोगुनी करने का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। बता दें कि 20 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली पर्व के अवपर पर ही गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी।
नये कृषि उपकरणों की होगी लांचिंग
किसान सम्मेलन का खास आकर्षण नये कृषि उपकरणों की लांचिंग होगा। इसमें सबसे खास है एक ऐसा ड्रोन जिसके माध्यम से फर्टिलाइजर और कीटनाशक की समुचित मात्रा में काफी कम समय में छिड़काव हो सकेगा। इसके साथ ही कृषि के लिए उपयोगी अत्याधुनिक उपकरण भी डिस्प्ले के लिए लगाए जाएंगे। कृषि सम्मेलन में विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे, जिनसे किसान आधुनिक तरीके से खेती के संबंध में और खेती में आई नई तकनीक के बारे में जानकारी ले सकेंगे।
स्कूलों में भी गेड़ी प्रतियोगिता का आयोजन
हरेली खेती का त्योहार है और साथ ही छत्तीसगढ़ में खेलों का सबसे बड़ा दिन है। इस मौके पर छोटे बच्चे तो गेड़ी चढ़ते ही हैं बड़े बुजुर्ग भी गेड़ी चढ़ते हैं। इस दिन करसा में गेड़ी प्रतियोगिता भी होगी और इसके विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। इस मौके पर गेड़ी रेस, भौंरा, पिट्ठूल, कंचा, पतंग, गोली चम्मच, खोखो, रस्सा खींच, तिग्गा गोटी और गिल्ली डंडा जैसे खेलों का आयोजन भी किया जाएगा। प्रदेश के सभी स्कूलों में भी गेड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
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