रायपुर। नागपुर से जादू-टोना के संदेह में एक बच्ची को प्रताड़ित कर उसके परिजनों द्वारा उसकी हत्या करने का मामला सामने आया है। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने इस घटना को दुःखद और निंदनीय कहा है। उन्होंने मांग की है कि बच्ची को प्रताड़ित करने वाले परिजन को कड़ी सजा दी जाए।
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने जानकारी दी कि नागपुर के प्रतापनगर थाना अंतर्गत सुभाष नगर में भूत उतारने के चक्कर में एक बच्ची की हत्या उसके ही परिजनों ने कर दी। बताया कि बच्ची पिछले कुछ दिनों से बीमार थी। उसके परिजन सुभाष और रंजना व उसकी भाभी को शक था कि किसी के जादू-टोने से बच्ची बीमार हुई है।
परिजन ने एक यू ट्यूब चैनल पर काला जादू भगाने की विधि देखी। उसके बाद शुक्रवार और शनिवार को काला जादू भूत-प्रेत का साया उतारने वही विधि अपनी बेटी पर आजमायी। प्रारम्भिक पूजा पाठ और अनुष्ठान के बाद तीन परिजन ने भूत, काला जादू उतारने के नाम पर बच्ची का मुंह बंद कर बेदम होते तक पीटा। इस दौरान बच्ची चीखती रही, पर आरोपियों ने उसे नहीं छोड़ा और प्रताड़ित किया जाते रहा। बाद में वे उसे मेयो हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
बाद में बच्ची के परिजन को अस्पताल के सीसी टीवी फुटेज के आधार पर पकड़ा गया। बच्ची के शरीर पर पूजा, पाठ के नाम पर किए गए प्रताड़ना के चिन्ह और मारपीट के निशान होने से प्रारम्भिक तौर पर अंधविश्वास से जुड़ा मामला माना गया। बाद में पूरी बात सामने आयी और तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा जादू-टोने का दुनियां में कोई अस्तित्व नहीं होता है। इसलिए कोई भी बीमारी जादू-टोना, तंत्र-मंत्र से नहीं होती। बीमारियों के कारण अलग-अलग होते हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा संक्रमण, कुपोषण, दुर्घटनाओं से लोग बीमार होते है। संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस, फंगस बीमारी के कारण हैं।
दुर्घटनाओं के कारण यांत्रिक खराबी, लापरवाही होते हैं। सभी बीमारियों का इलाज चिकित्सा द्वारा सम्भव है। अंधविश्वास में पड़कर किसी की जान लेना गलत व आपराधिक है। डॉ. मिश्र ने बच्ची को प्रताड़ित करने वाले दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।