Close

मुख्यमंत्री ने बसना में किया 64 करोड़ 13 लाख रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बसना विधानसभा क्षेत्र में 64 करोड़ 13 लाख 92 हजार रुपए के विकासकार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसमें 32 करोड़ 64 लाख 09 हजार रुपए के 37 विकास कार्यों का भूमिपूजन और 32 करोड़ 59 लाख 83 हजार रुपए के 23 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
भूमिपूजन में नवीन सड़क निर्माण, पुल-पुलिया और महाविद्यालय में अतिरिक्त कक्ष निर्माण आदि कार्य शामिल हैं  लोकार्पण कार्यों में स्कूल भवन निर्माण, आहता निर्माण, सांस्कृतिक भवन निर्माण, सी.सी. रोड, सामुदायिक भवन निर्माण आदि शामिल हैं ।
मुख्यमंत्री श्री बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आज महासमुंद जिले के बसना विधासनसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। उन्होंने बसना के ग्राम पिरदा एवं ग्राम गोपालपुर में आम जनता से भेंट मुलाकात की और राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली।

भेंट मुलाकात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हर वर्ग के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गयी हैं, ताकि हर वर्ग को योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित हो।

हम विधानसभा में नीति-कानून बनाते हैं, उसका क्रियान्वयन हो रहा या नहीं पता करने आये हैं।उन्होंने कहा कि हम हितग्राहियों से मिलकर सुख-दुख के गोठ करते हैं और योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत चार क़िस्त में राशि दी गई, किसानों को राशि सीधे अकाउंट में दिया गया ।17 को शपथ लिये थे, चार साल होने में तीन चार दिन बचे हैं। उन्होंने कहा कि शपथ के बाद सीधे मंत्रालय गए, बैठक लेकर कर्ज माफी और समर्थन मूल्य का निर्णय लिया।हमने पहले निर्णय में 19 लाख किसानों के 9 हजार 50 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया।भले ही केंद्र सरकार मदद करे या न करे पर जो वादा हमने किया, उसे पूरा करने का कार्य भी कर रहे हैं।किसानों के जरूरत के अनुसार भी उन्हें राशि दे रहे हैं, जिनका उपयोग त्यौहार, शादी आदि में हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि- हमने एक नई योजना रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की शुरुआत की है। जिसके तहत हर ब्लॉक में 2 रीपा होंगे, हर रीपा के विकास के लिए 2 करोड़ रुपए दिए गए हैं। नौजवान इस योजना का लाभ उठाएं, इस योजना से महिलाएं भी जुड़ी हैं।मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था भी की गई है। लोगों की आय बढ़ाने का काम भी कर रहे हैं।शिक्षा, स्वास्थ्य में काम लगातार जारी है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा भी दे रहे हैं । छत्तीसगढ़ी बोलियों की लिपि तैयार कर रहे हैं।

 

scroll to top