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अब राजस्थान के सिरोही में एक महीने की बच्ची को उठा ले गए कुत्ते, नोंच-नोचकर मार डाला

सिरोही (राजस्थान ). राजस्थान के सिरोही में एक सरकारी अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे एक महीने के बच्चे को कुत्ते उठाकर ले गए और नोंच-नोचकर उसे मार डाला। ऐसा नहीं है कि यह इस प्रकार का पहला मामला है। देश के गांवों और कस्बों में तो दिल दहला देने वाली अक्सर ऐसी दुखद घटनाएं सुनने को मिलती हैं। ऐसे में कुत्तों के हमलों को लेकर देशभर में बहस तेज हो गई है।

सवाल उठ रहे हैं कि इसके लिए कौन जवाबदेह है? कुत्ते इतने हिंसक और आक्रामक कैसे हो जाते हैं? इस समस्या से निपटने के लिए क्या किया जा सकता है? मालूम हो कि तेलंगाना के हैदराबाद में हाल ही में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने पांच साल के एक बच्चे पर हमला कर दिया था। इस हमले में बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहा।

घटना सीसीटीवी में कैद
ताजा मामले में सिरोही पुलिस ने बताया कि घटना सोमवार देर रात की है जब बच्चा अपनी मां के पास सो रहा था और एक आवारा कुत्ता उसे उठाकर ले गया। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव बाद में अस्पताल परिसर में ही मिला। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दो कुत्ते अस्पताल के टीबी वार्ड के अंदर जाते दिख रहे हैं जबकि बाद में एक कुत्ता, शिशु को मुंह में दबाए वार्ड से बाहर निकलते दिख रहा है।

2019 में देश में 1.5 करोड़ आवारा कुत्ते थे
उन्होंने कहा कि अदालत के निर्देशानुसार कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण नहीं किया जाना, इन जानवरों की गलती नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी नगर निकाय नियमित रूप से ऐसा करने के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन ऐसा होता नहीं है। हर जगह इस कार्यक्रम (पशु जन्म नियंत्रण) को अपनाया गया है और यह आवारा पशुओं की आबादी को नियंत्रित करने का एकमात्र सिद्ध वैज्ञानिक तरीका है।’’ नवीनतम पशुधन गणना के अनुसार, 2019 में देश में 1.5 करोड़ आवारा कुत्ते थे। इनमें से उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 20.59 लाख और उसके बाद ओडिशा में 17.34 लाख कुत्ते थे।

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