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अयोध्या से पहुंचे “अक्षत कलश” का गांव–गांव में हो रहा भव्य स्वागत

0 दर्शन को उमड़ रही लोगों की भीड़,हर घर निमंत्रण पत्र पहुंचाए जा रहे

गरियाबंद। अयोध्या में भगवान श्रीराम जी की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। इसके लिए आमंत्रण सूचना एवं अक्षत (पीला चावल) कलश पूरे भारतवर्ष के प्रत्येक घर तक पहुंचाने के लिए एक वृहद योजना बनी है। इसके तहत गरियाबंद के प्रत्येक खंडों में अक्षत कलश वितरण किए गए हैं। भव्य शोभा यात्रा निकालकर हर घर निमंत्रण पत्र पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। अयोध्या से आए अक्षत कलश का जिले के सुदूर ग्रामों में बड़े ही उत्साहपूर्ण वातावरण में बाजे–गाजे और श्रीराम धूनी के साथ पुष्प वर्षा एवं आरती उतार कर स्वागत किए जा रहे हैं।

गरियाबंद खण्ड संयोजक परस देवांगन ने कहा कि भगवान श्रीरामचंद्र जी की जन्म स्थली अयोध्या में 492 वर्षो के लंबे इंतजार के बाद भव्य व दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है और प्राण प्रतिष्ठा की तारीख भी तय हो गई है। 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने दिव्य मंदिर में बिराजेंगे। उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद् के कार्यकर्ता अक्षत कलश के साथ ही आमंत्रण सूचना को जिले के सभी खंडों, सभी चार नगर और गांवों तक पहुंचाने का काम कर रहे है। इसी कार्यक्रम के तहत गरियाबंद सह संयोजक अभिमन्यु ध्रुव, नगर संयोजक प्रकाश निर्मलकर, डॉ पूरन सिन्हा, राजीव साकरे, भानु राजपूत सहित अन्य कार्यकर्ता इस अभियान को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।

बताया गया कि गरियाबंद को ग्यारह मंडल मरौदा, मजरकट्टा, घुटकुनवापारा, परसुली, पीपरछेड़ी, मदनपुर, नागाबुड़ा, जोबा, दर्रीपारा, नवागढ़ व धवलपुर मंडल में बांटकर खंड के अंतिम गांव तक अक्षत कलश को पहुंचाया जा रहा है। हर मंडल केन्द्र में कलश का बाजे–गाजे के साथ स्वागत किए जा रहे हैं, इसके साथ ही हर घर निमंत्रण पहुंचाने का काम भी किए जा रहे हैं। वहीं विश्व हिंदू परिषद द्वारा 22 जनवरी के दिन जिले के हर गांवों को सजाकर रामज्योति जलाकर सामूहिक रामायण पाठ कर मिठाई प्रसाद बांटकर व पटाखे फोड़कर दीपावली पर्व की तरह उत्सव मनाने की अपील आमजनों से की है।

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