नई दिल्लीः पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद विरमानी ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष में 5 से 7.5 फीसदी तक की गिरावट आएगी. लेकिन अगले वित्त वर्ष 2021-22 में अर्थव्यवस्था 9 से 11 फीसदी की दर से बढ़ोतरी दर्ज करेगी. उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई के एक वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विरमानी ने कहा कि सरकार को आगामी बजट में देश की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने वाली नीतियां लानी चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘महामारी बाद के बजट में देश की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए नीतिगत सुधार जरूरी हैं. 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 5 से 7.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी. अगले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था 9 से 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी.’’
कोरोना वायरस के प्रकोप ने देश के बजट को भी प्रभावित किया है. आजादी के बाद से ऐसा पहली बार होगा कि बजट नहीं छपेगा. कोरोना के चलते 1947 के बाद से पहली बार ऐसा होगा कि बजट पेपर नहीं छपेंगे. वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, प्रिंटिंग प्रेस में लगभग 100 लोगों को एक साथ नहीं रखा जा सकता है. इसलिए, इस बार बजट पेपर नहीं छपेंगे. इसके बदले एक कॉमन लिंक बनाया जाएगा जिससे सभी सांसद और लोग बजट को पीडीएफ फॉरमेट में देख सकेंगे.
वहीं बजट सत्र को लेकर आधिकारिक एलान कर दिया गया है. लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होगा और दो हिस्सों में 8 अप्रैल तक चलेगा. सत्र के दौरान एक फरवरी को संसद में वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश किया जाएगा.