रिजर्व बेंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने बॉम्बे चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 185 वे फाउंडेशन दिवस पर बोलते हुए कई विषयों पर बात की . उन्होंने कहा कि मेन्युफैक्चरिंग सेक्टर वृद्धि की गति में सुधार लाने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि देश का एमएसएमई क्षेत्र अर्थव्यवस्था की वृद्धि का इंजन बनकर आगे आया है. इसके साथ ही आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कंपनियों को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में ज्यादा निवेश करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारत सफलता की राह पर आगे बढ़ने की दहलीज पर खड़ा है.
आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कहा कि आरबीआई डिजिटल मुद्रा को लेकर काम कर रहा है जोकि को क्रिप्टोकरेंसी से अलग है. उन्होंने ये साफ-साफ कहा कि भारत भी तकनीक की क्रांति में पीछे नहीं रहेगा. वहीं उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कुछ चिंताए जताई.
आरबीआई गवर्नर ने रोज बढ़ रहे ईंधन के दाम को लेकर कहा कि फ्यूल के दाम में लागत बढ़ाने वाले कारक हैं, इस मामले में केन्द्र और राज्यों को मिलकर ईंधन के दाम में करों को कम करने के समन्वित कदम उठाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम एमएफआई क्षेत्र के लिये अपने नियामकीय ढांचे को सुधारने पर काम कर रहे हैं.
आरबीआई गवर्नर ने ये भी कहा कि हमने निरीक्षण के क्षेत्र में अपने कार्य को अधिक पैना और गहरा बनाया है. भारतीय वित्तीय क्षेत्र आज पहले के मुकाबले कहीं बेहतर स्थिति में है, हमने बैंकों में दबाव वाली संपत्ति बढ़ने के मामले में सटीक विचार किया है.