सोमवार 28 फऱवरी 2022 को वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) के जीडीपी के आंकड़े जारी किए जायेंगे. आपको बता दें दूसरी मौजूदा वित्त वर्ष के पहले तिमाही में में देश की आर्थिक वृद्धि दर ( GDP) 8.4 फीसदी रही थी . जबकि पहली तिमाही में जीडीपी 20.1 फीसदी रही थी. बीते वर्ष 2020-21 की इसी तीसरी तिमाही में जीडीपी 0.4 फीसदी रहा था. तीसरी तिमाही में 0.4% जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) रही थी और भारतीय अर्थव्यवस्था नेगेटिव से बाहर निकलकर ग्रोथ रेट में रही थी.
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा ये आंकड़ा जारी किया जाएगा. कृषि क्षेत्र का विकास दर तीसरी तिमाही में 7.4 % रहा था, मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का विकास दर 4.7% रहा, कंस्ट्रक्शन क्षेत्र का विकास दर 9.8% ट्रेड, होटल ट्रांसपोर्ट क्षेत्र का विकास दर – 4.2 % रहा था. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक देश का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में 5.8% की दर से बढ़ सकता है. SBI द्वारा जारी की गई रिपोर्ट का कहना है कि, “SBI नाउकास्टिंग मॉडल के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रहेगी. पूरे वर्ष (वित्त वर्ष 2021-22) की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 8.8 फीसदी है.
इस बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ( Moody’s Investors Service ) की तरफ से. मूडीज ने मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 में भारत का विकास दर 9.5 फ़ीसदी रहने का अनुमान जताया है. पहले एजेंसी ने 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था.
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