Close

शबरी की नगरी शिवरीनारायण की बदली तस्वीर

मुख्य मंदिर परिसर का उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण, दीप स्तंभ, रामायण इंटरप्रिटेशन सेंटर और पर्यटक सूचना केन्द्र, मंदिर मार्ग पर भव्य प्रवेश द्वार, नदी घाट का विकास एवं सौंदर्यीकरण, घाट में प्रभु राम-लक्ष्मण और शबरी माता की प्रतिमा का लोकार्पण किया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने

शिवरीनारायण से लौटकर अरुंधति भोई की रिपोर्ट – भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी राम वन गमन पर्यटन परिपथ परियोजना के तहत जांजगीर जिले के शिवरीनारायण में 6 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने रविवार को दी । यहां अभी पहले चरण में शिवरीनारायण में जीर्णोद्धार और नवनिर्माण का काम पूरा हुआ है। अभी और चरणों में कुल 39 करोड़ रुपए के विकास कार्य यहां होने हैं।

महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के संगम तट पर बसे शिवरीनारायण में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के तहत 06 करोड़ के विकास कार्यों में मुख्य रूप से मंदिर परिसर का उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण, दीप स्तंभ, रामायण इंटरप्रिटेशन सेंटर और पर्यटक सूचना केन्द्र, मंदिर मार्ग पर भव्य प्रवेश द्वार, नदी घाट का विकास एवं सौंदर्यीकरण, घाट में प्रभु राम-लक्ष्मण और शबरी माता की प्रतिमा का लोकार्पण शामिल है। इसी प्रकार घाट में व्यू पाइंट कियोस्क, लैण्ड स्केपिंग कार्य, बाउंड्रीवाल, मॉड्यूलर शॉप सहित कई कार्य भी शामिल हैं।

8 अप्रैल से शुरू हो गए थे कार्यक्रम

शिवरीनारायण के कायाकल्प की तैयारी लंबे समय से जारी थी, जिसके बाद पहले चरण का काम पूरा हुआ है। इससे पहले इसी योजना के तहत पिछले साल शारदीय नवरात्र में माता कौशल्या मंदिर परिसर चंदखुरी का लोकार्पण किया गया था। इस साल रामनवमी के अवसर पर 10 अप्रैल को शिवरीनारायण धाम, विष्णु कांक्षी तीर्थ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के विकास कार्यों का लोकार्पण समारोह 8 अप्रैल से शुरू किया गया था। जिसका समापन  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को किया ।

6000 स्क्वायर फीट का है इंटरप्रिटेशन सेंटर

मुख्यमंत्री ने यहां 90 लाख रुपए की लागत से निर्मित रामायण इंटरप्रिटेशन सेंटर का भी लोकार्पण किया । इसका कुल क्षेत्रफल 6000 स्क्वायर फीट है | इसे 40 बाई 50 फीट के दो हॉल में बांटा गया है | एक हॉल में रामायण इंटरप्रिटेशन सेंटर के साथ ही पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित किया गया है | इसके अलावा शिवरीनारायण मंदिर में भी भगवान राम की प्रतिमा स्थापित की गई है। जिसका लोकार्पण भी किया गया । इस दौरान शिवरीनारायण में बाबा साहेब आंबेडकर के प्रतिमा का भी लोकार्पण मुख्यमंत्री ने किया ।

8, 9 और 10 अप्रैल को तीन दिवसीय भव्य आयोजन में देश-प्रदेश के प्रतिष्ठित कलाकारों ने यहां प्रस्तुती दी है। साथ ही प्रदेश स्तर पर मानस मंडलियों की मानस गायन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इस स्पर्धा में 7 हजार मानस गायकों ने भाग लिया था। इनमें से चयनित 25 जिलों की मानस मंडलियों के लगभग 350 कलाकार शिवरीनारायण में अपनी प्रस्तुतियां दी। पहला पुरस्कार जांजगीर जिले की मानस  मंडली को मिला।

सीएम ने दिया इनाम

समापन समारोह में मुख्यमंत्री  ने मानस गायन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया । इसमें प्रथम विजेता हरि दर्शन मानस मंडली चोरिया बाम्हनीडीह जांजगीर रही। जिन्हें 5 लाख रुपए का इनाम दिया है। दूसरा स्थान प्रगति मानस मंडली बैकुंठपुर को मिला। इन्हें 3 लाख रुपए का इनाम दिया गया है। तीसरा स्थान बजरंगी मानस मंडली बीजापुर को मिला है। इ्न्हें 2 लाख रुपए का इनाम दिया गया है।

हुआ दिलीप षडंगी का कार्यक्रम

3 दिन तक चले इस समारोह में 8 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक देशभर के बेहतरीन कलाकरों ने अपनी प्रस्तुति दी है। पहले दिन प्रदेश की जानीमानी कलाकार ममता चंद्राकार, दूसरे दिन मुंबई की सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल ने परफॉर्म किया था। अंतिम दिन जस गीत सम्राट दिलीप षडंगी का भी कार्यक्रम हुआ। रात को भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा का  कार्यक्रम हुआ ।

मुख्यमंत्री  बोले-हमारी संस्कृति हर युग में रही है

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कहा कि शिवरीनारायण में धार्मिक, आध्यात्मिक व्यापारिक केंद्र रहा है। यहां तीन नदियों का संगम है। साथ ही त्रेता और द्वापर युग का भी संगम नजर आता है। छत्तीसगढ़ के बाहर हमें लोग खनिज के नाम से या नक्सल के गढ़ के रूप में जानते हैं। मगर हमारी संस्कृति हर युग में रही है। शिवरीनारायण फिर से धार्मिक केंद्र बनेगा।  यहां से श्रद्धालु मल्हार, चंद्रहासिनी देवी , गिरौदपुरी धाम और तुरतुरिया जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि भगवान राम को छत्तीसगढ़ के लोग प्रिय थे। इसलिए यहां उन्होंने बनवास का समय गुजारा, क्योंकि छत्तीसगढ़ के लोग निश्छल हैं। समाज को जोड़ने का काम, भारत वर्ष को जोड़ने का काम भगवान राम ने किया। हमारे जितने भी महापुरुष थे उन्होंने समाज को जोड़ने का काम किया है एक सूत्र में बांधने का काम किया है।

शिवरीनारायण में एसडीएम  कार्यालय खोलने की घोषणा

मुख्यमंत्रीभूपेश ने कहा कि हम चाहते थे कि प्रदेश भर के गांव गांव में मानस प्रयोगिता का आयोजन हो मगर कोरोना काल की वजह से यह आयोजन नहीं हो सका। उन्होंने मंच से विजेताओं को बधाई देते हुए सभी को शुभकामनाएं दी हैं। इस दौरान उन्होंने कुछ बड़ी घोषणाएं भी की हैं। उन्होंने शिवरीनारायण में एसडीएम कार्यालय खोलने की घोषणा की है। इसके अलावा खरौद नगर के लक्ष्मणेश्वर महादेव के मंदिर और शबरी मंदिर को विकसित करने की बात कही है।

शबरी ने खिलाए थे जूठे बेर

ऐसी मान्यता है कि शिवरीनारायण में ही शबरी ने भगवान राम को जूठे बेर खिलाए थे। ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान महानदी पार कर शिवरीनारायण पहुंचे थे। इसी वजह से इस क्षेत्र का विशेष महत्व भी है।

 

 

यह भी पढ़ें- रामनवमी में राममय हुई सरकार

One Comment
scroll to top