वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की बैठक में यहां कहा कि मुद्रास्फीति लंबे समय से उच्च स्तर पर बनी रहने, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान, ऊर्जा बाजारों में अस्थिरता और निवेशकों के बीच अनिश्चितता के माहौल के कारण वैश्विक वृद्धि की गति प्रभावित हुई है. यह बैठक बुधवार को इंडोनेशिया की अध्यक्षता में हुई. इसका एजेंडा था वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और जोखिम, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संरचना और वैश्विक सेहत.
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वैश्विक वृद्धि की रफ्तार लंबे समय से उच्च स्तर पर बनी मुद्रास्फीति, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान, ऊर्जा बाजारों में अस्थिरता और निवेशकों के बीच अनिश्चितता के कारण प्रभावित हुई.”
इसमें आगे कहा गया, “वित्त मंत्री ने कहा कि व्यापक आर्थिक परिणामों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय नीति समन्वय को उत्प्रेरित करने की खातिर जी20 अच्छी तरह से तैयार है. उन्होंने अर्थव्यवस्थाओं की रक्षा के लिए सक्रिय सामूहिक प्रयासों का आह्वान भी किया.” आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक वसंत बैठकों के लिए सीतारमण सोमवार को वाशिंगटन पहुंचीं थीं. मंगलवार को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख क्रिस्टालीना जॉर्जीवा से मुलाकात की थी.
वित्त मंत्री ने इन बैठकों से इतर सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी जॉन न्यूफर से भी मुलाकात की थी. मंत्रालय ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जॉन न्यूफर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम से कहा कि सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी में निवेश को बढ़ावा देने की भारत सरकार की पहलों से वह उत्साहित हैं. उन्होंने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक भरोसेमंद स्थान हासिल करने की भारत की प्रतिबद्धता की भी सराहना की.