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श्री सीमेंट ने मजदूरों की माँगे मानी, काम बंद हड़ताल समाप्त सयंत्र प्रबंधन और मजदूरों के मध्य मांगों के लेकर लिखित मे समझौता हुआ

मजदूरों मे हर्ष की लहर, मजदूरों ने मीडिया का उनकी आवाज उठाने के लिए आभार माना

बलौदाबाजार।  ग्राम खपराडीह स्थित श्री सीमेंट संयंत्र में पिछले दो दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे मजदूर यूनियन की मांगो को सीमेंट प्रबंधन ने मान लिया है। संयंत्र प्रबंधन ने मजदूरों से आपसी समझौता करते हुए मजदूर यूनियन की मुख्य मांग सीमेंट वेजबोर्ड लागू करने का लिखित मे आश्वासन दिया हैं, तात्कालिक लाभ के रूप मे वेतन वृद्धि एवं प्रोत्साहन राशि देने मे सहमति बनी हैं इसके अलावा 20 प्रतिशत बोनस, मजदूरों को 26 हाजरी के साथ सैलेरी बढ़ाने की मांग को संयंत्र ने मानते हुए यूनियन को लिखित में दे दिया है।

मजदूरों की मांग पूरी होने पर उनमें खासा उत्साह देखने को मिला है। बीते 21 अप्रैल से श्री सीमेंट प्लांट के मजदूर यूनियन ने, वेज बोर्ड लागू करने, 20 परसेंट बोनस देने ,पैकिंग प्लांट में कार्यरत मजदूरो को माह में 26 हाजरी तथा यूनियन पदाधिकारी से मारपीट करने वाले ठेकेदार का काम बंद करने के संबंध में अपनी मांगों को लेकर चिलचिलाती धूप में अनिश्चित कालीन काम बंद हड़ताल पर बैठे थे

हड़ताल के इन 2 दिनों मे जिला मुख्यालय मे हाई वोल्टेज घटनाक्रम चलता रहा, श्री सीमेंट प्रबंधन ने इस हड़ताल को असफल करने के लिए अपना एड़ी चोटी का जोर लगा दिया, साम दाम दंड भेद सारे पैतरे आजमाएं गए। सयंत्र ने बाहरी मजदूरों से भी कार्य करवाने का प्रयास किया, हड़ताल समाप्त करने के लिए स्थानीय मजदूरों को सीधा धमकाया गया,  प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा दबाव भी बनाया गया लेकिन मजदूरों के स्थानीय संगठन छत्तीसगढ़ श्री मजदूर सीमेंट संघ इंटक अपने अध्यक्ष दिलीप वर्मा के नेतृत्व मे अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे।

जिला कलेक्टर ने हड़ताल समाप्त करने व आपसी सुलाह कराने के उद्देश्य से 22 अप्रैल को जिला कार्यालय सभाकक्ष मे मजदूर यूनियन एवं संयंत्र प्रबंधन के साथ शाम 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक लगातार बैठक ली, जिसमे एक अन्य मजदूर यूनियन राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर राकेश सिंह बैस भी शामिल हुए, कुछ घंटों की बैठक के बाद वो मजदूरों यूनियन के स्थानीय अध्यक्ष दिलीप वर्मा पर हड़ताल समाप्त करने के लिए दबाव बनाने लगे, लेकिन हड़ताल समाप्त ना करने में दिलीप वर्मा की सहमति न होने पर उन्होंने अचानक नाटकीय ढंग से स्थानीय मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दिलीप वर्मा जो की उनके संगठन राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के जिला उपाध्यक्ष के पद पर थे जिन्हें राष्ट्रीय मजदूर संगठन के जिला उपाध्यक्ष पद से हटा दिया।

इस विषय पर दिलीप वर्मा ने बताया की ठाकुर राकेश बैस इस बैठक मे बिना बुलाया स्वयं आये थे उसके बाद उन्होंने हम मजदूरों के हितों की अनदेखी कर श्री सीमेंट सयंत्र के पक्ष मे हड़ताल समाप्त करने बेजा दबाव बनाने लग गये, हम मजदूर उनके संगठन के साथ जुड़े जरूर थे पर हम उन पर निर्भर नहीं हैं हमारा स्थानीय स्तर पर खुद का संगठन छत्तीसगढ़ श्री मजदूर सीमेंट संघ इंटक हैं जो पंजीकृत हैं, उन्होंने हमें नहीं हटाया हैं उनके निजी स्वार्थ को देखते हुए हम उनके मजदूर संगठन से अलग हो गए हैं और हम हमारे मजूदरों के हितों के लिए सदैव संघर्षरत रहेंगे।

इन्होंने कहाँ दिलीप वर्मा, अध्यक्ष-छत्तीसगढ़ श्री मजदूर सीमेंट संघ इंटक जिन मांगो को लेकर हम अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे थे उनमें मुख्य मांग थी सीमेंट वेज बोर्ड लागू करना इसमें सीमेंट संयंत्र सीएमए का मेम्बर होता है जिसके बाद इसे लागू किया जाता है जिसे कंपनी प्रबंधक ने सहमति प्रदान किया है दूसरी मांग है 20 प्रतिशत बोनस देने की जिसे आगामी देने की सहमति बनी हैं, तात्कालिक लाभ के लिए संयंत्र ने बोनस के स्थान पर प्रोत्साहन राशि देने  का कहा हैं, तीसरी मांग 26 हाजरी देने की जिन श्रमिकों को विगत 7 वर्षों इसका लाभ नही मिल रहा था अब वह 26 हाजरी ले पाएंगे चौथा वादा प्रबंधक ने सैलरी बढ़ाने का किया है। जिससे सभी मजदूरों में खासा उत्साह व खुशी का माहौल है। इस परिणाम के लिये मैं जिला कलेक्टर डोमन सिंह, एस डी एम सिमगा टी आर महेश्वरी, जिला प्रशासन, जिला पुलिस, सीमेंट सयंत्र प्रबंधन एवं सारे मीडिया कर्मियों को बहुत धन्यवाद देता हूँ और हमर संघ इनका आभारी है।

हरिराम पाठकर मजदूर 

जब तक प्लांट सीएमए का मेंबर नही बन जाता तब तक वेतन वृद्धि की बात कही गई है साथ ही संयंत्र ने मजदूरों की समस्याओं को लेकर हर महीने 1 या 2 तारीख को बैठक करने की बात प्रबंधक ने लिख कर दिया है।

 

 

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