राजधानी दिल्ली में ऑटो टैक्सी के किराये में बढ़ोतरी हो सकती है. ऑटो – टैक्सी फेयर की समीक्षा करने के लिए दिल्ली सरकार ने जो कमिटी बनाई थी वो सीएनजी के दामों में की गई बढ़ोतरी के अनुपात में ऑटो-टैक्सी के भाड़े में बढ़ोतरी की सिफारिश कर सकती है.
जल्द ऑटो – टैक्स फेयर पर फैसला!
कमिटी के सामने कुछ ऑटो – टैक्सी यूनियनों ने भाड़े में बढ़ोतरी किए जाने को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इससे कैब एग्रीगेटर के साथ उनकी प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी क्योंकि ये कैब एग्रीगेटर सब्सिडी वाले रेट्स पर राइड्स ऑफर करते रहते हैं. दरअसल दिल्ली सरकार ने ऑटो टैक्सी फेयर की समीक्षा के लिए कमिटी बनाया था जिसे इस महीने के अंतर तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है. पैनल के सदस्य ऑटो – टैक्स में यात्रा कर फेयर बढ़ाने को लेकर ड्राइवरों की राय जानने की कोशिश कर रहे हैं. ये कमिटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत को सौंपेगी और बाद में फेयर बढ़ाने के लिए कैबिनेट से मंजूरी ली जाएगी.
6 महीने में सीएनजी 41 फीसदी महंगा
आपको बता दें 1 अक्टूबर से पहले राजधानी दिल्ली में सीएनजी 45.5 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था. दिल्ली में अभी सीएनजी की नई कीमत 73.61 रुपये प्रति किलो है. यानि केवल सात महीने के भीतर सीएनजी 28.11 रुपये प्रति किलो महंगा हो चुका है. आपको बता दें प्रॉकृतिक गैस के दामों में बढ़ोतरी के चलते सात महीने में सीएनजी करीब 60 फीसदी महंगा हो चुका है.
हड़ताल पर थे ऑटो – टैक्स ड्राइवर
दरअसल अप्रैल में ऑटो टैक्सी यूनियन किराये बढ़ाने की मांग को हड़ताल पर भी गए थे. दिल्ली के ऑटो और टैक्सी एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर सीएनजी पर 35 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी देने की मांग भी की थी.
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