रायपुर। भगवान जगन्नाथ 14 दिनों के लिए एकांतवास पर चले गए है. ऐसा माना जाता है कि भगवान बीमार है और वे आम जनता को 14 दिनों के लिए दर्शन नहीं देंगे. मंदिर पुजारी का कहना है कि कोरोना काल में संक्रमितों को 14 दिन क्वारंटाइन रहने की बात कही जा रही है, लेकिन ये परंपरा तो सदियों से चली आ रही है. रायपुर के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ को कल से काढ़ा भी दिया जाएगा और मंदिर में आने वाले भक्तों को भी प्रसाद स्वरूप काढ़े का वितरण होगा.
वहीं इस बार रथ यात्रा की बात की जाए तो कोरोना का कहर कम है और मंदिर के संचालकों ने ये फैसला लिया है कि इस बार सादगी पूर्ण ढंग से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाएगी. लेकिन मंदिर के मुख्य द्वार को भक्तों के लिए नहीं खोले जाएंगे. केवल मंदिर के अंदर ही भगवान रथ में सवार होकर भ्रमण करेंगे. यदि प्रशासन की तरफ से कोई गाइडलाइन जारी होती है तो उसके अनुसार भी व्यवस्था की जाएगी.
मंदिर संचालक पुरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि जगन्नाथ रथयात्रा के लिए उन्होंने प्रशासन को एक पत्र लिखकर अनुमति की मांग की है. साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी इस रथ यात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र भेजा है.
बता दें कि इस बार 12 जुलाई को रथ यात्रा पर्व शुरू हो रही है जो 20 जुलाई यानी देवशयनी एकादशी के दिन तक मनाया जाएगा.
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