तेज रफ्तार दुनिया में तनाव, चिंता और अस्वस्थ खानपान की आदतें हमारी जिंदगी का पर्याववाची बन गए हैं. आज की भागती-दौड़ती दुनिया में हम व्यस्त और अनिश्चित लाइफस्टाइल बिताने पर मजबूर हैं, जिससे स्वास्थ्य की कई दिक्कतें होती हैं. गैर सेहतमंद लाइफस्टाइल का खामियाजा हमें सेहत के रूप में चुकाना पड़ रहा है. लाइफस्टाइल की बेहद साधारण गलतियों को जल्द से जल्द पहचान करना जरूरी है ताकि सेहत के नुकसान को कम किया जा सके.
सुस्त होना- मॉडर्न समय की सबसे बड़ी एक समस्या आलस है. ये न सिर्फ आपके शरीर को प्रभावित करता है बल्कि आपकी दिमागी सेहत पर भी छाप छोड़ता है. आलस में आपके बोध क्षमता को कमजोर करने की पर्याप्त क्षमता होती है और आपको स्वस्थ खाने और पीने से रोक सकता है. कोरोना काल में बहुत सारे लोगों ने सुस्त लाइफस्टाइल कई तरीकों से नुकसानदेह साबित हुआ है. चाहे दिमागी स्वास्थ्य के संदर्भ में हो या वजन बढ़ने के संदर्भ में, आलस सिर्फ हमारी सेहत को लंबे समय में नकारात्मक तरीके से प्रभावित करता है. इसलिए, समय आ गया है कि कुछ बदलाव लाया जाए.
खराब खानपान की आदतें- आज की दुनिया में घर पर तैयार भोजन और सही फूड्स पीछे हो गए हैं. घर पर रहते हुए ऑनलाइन ऑर्डर करना सुविधा के हिसाब से तो ठीक है, लेकिन वास्तविकता में रोजाना के आधार पर ये सेहतमंद विकल्प नहीं है. अत्यधिक कैलोरी और जरूरी पोषक तत्वों की कमी वाले फूड्स का सेवन लंबे समय में पाचन की समस्याएं पैदा कर सकता है. इससे वजन बढ़ सकता है और लंबे समय तक रहनेवाली कई बीमारियों का खतरा भी.
तनावग्रस्त जिंदगी- तनाव और चिंता हमारी जिंदगी के पर्यायवाची बन गए हैं. आज के समय ये बहुत ही सामान्य मामला होने के बावजूद उसे स्वस्थ खाने और नियमित आधार पर व्यायाम से काबू किया जा सकता है. कई रिसर्च में तनाव को कोर्टिसोल लेवल की बढ़ोतरी से जोड़ा गया है, जो लोगों में वजन वृद्धि का कारण बन सकता है. इस तरह स्वास्थ्य की कई अन्य दिक्कतों का खतरा होता है. लाइफस्टाइल में सुधार कर, पौष्टिक भोजन खाकर, पर्याप्त पानी पीकर, 7-8 घंटे सोकर और सोशल मीडिया की लत से दूर रह कर आप जिंदगी के तनाव को काबू कर सकते हैं.
कम पानी पीना- सेहतमंद लाइफस्टाइल के लिए हाइड्रेटेड रहने पर बहुत जोर दिया जाता है. पानी शरीर के कामकाज को ठीक करता है और कई बीमारियों को दूर भी रखता है. हालांकि, अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे हैं, तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे आपको डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियों का ज्यादा खतरा होता है. खूब पानी पीने से आपका वजन स्वस्थ बनाए रखने, लंबे समय तक संतुष्ट रहने और भूख को दूर करने में मदद मिलती है.
बहुत ज्यादा अल्कोहल- कभी-कभार अल्कोहल पीने से नुकसान नहीं पहुंचता है. लेकिन, आपका पीना मजबूरी बन जाए और एक दिन में एक या दो ग्लास पीए बिना नहीं रहा जाए, तब समस्या की शुरुआत होती है. फिर ये रोज की आदत में बदल जाता है जिससे आपको दूर रहना चाहिए. अल्कोहल किसी शक्ल में सेहत के लिए उचित नहीं है और जरूर बचा जाना चाहिए, खासकर जब आप क्रोनिक बीमारी से पीड़ित हों. ये आपके महत्वपूर्ण अंगों को धीरे-धीरे प्रभावित करता है और फिर लंबे समय में गंभीर पेचीदगी का कारण बन सकता है.
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