नई दिल्ली(एजेंसी): बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सुशांत सिंह राजपूत को लेकर हलफनामा दायर किया है. बिहार सरकार ने हलफनामे में कहा है कि पैसे को लेकर ही सुशांत सिंह राजपूत को मानसिक रोगी करार दिया गया. सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी नोटिस के बदले में बिहार सरकार ने अपना पक्ष रखा है.
बिहार सरकार ने हलफनामे में कहा कि जो एफआईआर दर्ज की है उसमें कहीं कोई गलती नहीं थी. एक संज्ञेय अपराध की जानकारी मिलती है तो पुलिस को एफईआर दर्ज करनी पड़ती है, जो मृतक हैं उनके पिता ने हमसे शियकायत की कि उनके बेटे की गाढ़ी मेहनत की कमाई को गबन किया गया है, उनके साथ धोखाधड़ी की गई है. इसलिए हमने एफआईआर दर्ज की और जांच की. इस मामले में मुंबई पुलिस हमसे जरा भी सहयोग नहीं कर रही है. लेकिन हमने ये जरूर पाया कि इस मामले के तार सिर्फ मुंबई में नहीं पूरे देश में जुड़े हुए हैं.
हलफनामे में बिहार सरकार ने कहा कि इस मामले में बिहार पुलिस जांच नहीं कर पा रही है इसलिए हमने यह मामला सीबीआई को सौपे जाने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की, और सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है ऐसे में सुप्रीम कोर्ट में रिया चक्रवर्ती की सुनवाई की कोई जरूरत नहीं है.