2021 विधानसभा चुनाव में भी ममता इस सीट पर हारी थीं
पश्चिम बंगाल में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। भाजपा ने नंदीग्राम में सहकारी समिति के चुनाव में 12 में से 11 सीटों पर कब्जा किया है। भेकुटिया समंवय कृषि समिति के चुनाव में तृणमूल सिर्फ एक सीट बचा पाई। नंदीग्राम शुरू से तृणमूल का मजबूत गढ़ रहा है, लेकिन 2021 में ममता बनर्जी यहां अपनी सीट हार गई थीं। BJP की यह जीत तृणमूल के लिए बड़ा झटका है।
भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम सीट पर ममता को हराया था
शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से विधायक हैं। पहली बार 2016 में वे यहां से विधायक बने थे। तब वे तृणमूल में थे। 2021 के विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले उन्होंने तृणमूल छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली। इस चुनाव में शुभेंदु ने ममता को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी।
ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव तो जीत गईं, लेकिन नंदीग्राम सीट TMC के हाथ से निकल गई। भाजपा नेता सहकारी समिति चुनाव में अपनी जीत को ऐसे प्रदर्शित कर रहे हैं कि ममता बनर्जी बंगाल में अपने मजबूत गढ़ों पर पकड़ खो रही हैं।
भाजपा-तृणमूल ने एक-दूसरे पर लगाया हिंसा करने का आरोप
नंदीग्राम सहकारी समिति के चुनावों में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने एक दूसरे पर हिंसा करने का आरोप लगाया। भाजपा ने कहा कि तृणमूल ने वोटिंग प्रक्रिया में दखल देने के लिए बाहर से लोग बुलाए। वहीं, न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कुछ महिलाओं ने तृणमूल के एक पंचायत समिति सदस्य के साथ धक्का-मुक्की करते हुए उसकी शर्ट फाड़ दी। उसे पुलिस ने रेस्क्यू किया।
एक हफ्ते पहले कोलकाता में भाजपा और राज्य पुलिस के बीच हुई झड़प
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार 13 सितंबर को ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ भाजपा का नबन्ना चलो मार्च हिंसक हो गया। प्रदेशभर में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है। कोलकाता के लाल बाजार एरिया में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी फूंक दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी भी की।
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