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किसान आंदोलन के चलते मंहगी हुई सब्जियां, मंडियों में सप्लाई ना होने से बढ़ी कीमतें

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर किसान विरोध प्रदर्शन में बैठे हैं जिसके चलते दिल्ली के 2 बॉर्डर पूरी तरह से सील हैं. 2 बॉर्डर के सील होने से दिल्ली की सब्ज़ी मंडियों पर सब्जी की सप्लाई पर खास असर देखने को मिला है.

दिल्ली की गाज़ीपुर मंडी में आलू के थोक व्यापारी मोहम्मद असलम ने बताया कि पंजाब से इस समय सबसे ज़्यादा आलू आता है. लेकिन फिलहाल प्रदर्शन की वजह से ट्रक नहीं आ पा रहे हैं. रोजाना करीब 50 ट्रक पंजाब से आते थे जो अब काफी कम हो गए हैं. जो आलू इस समय 1 बोरी यानि 50 किलो 1000 रुपये का बिकना चाहिए था वो 1300-1400 का है.

पंजाब से सप्लाई आलू और मटर की होती है इसलिए उसके दाम पर फर्क पड़ा है. हालांकि बाकी सब्जियों पर अभी ज़्यादा फर्क नहीं आया है क्योंकि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश,  महाराष्ट्र से आने वाली सब्ज़ियां आ रही हैं. लेकिन अगर आंदोलन और लंबा चला और बाकी बॉर्डर भी बंद कर दिये गये तब दिक्कत ज्यादा बढ़ सकती है.

आजादपुर मंडी में आलू के थोक विक्रेताओं का कहना है कि आंदोलन के शुरुआती दिनों में दिक्कत ज़्यादा हो गई थी लेकिन उसके बाद यूपी से आलू आना शुरू हो गया है. पिछले 2 दिनों से स्तिथि बेहतर हुई है. 50 किलो आलू का दाम 1800 से घटकर करीब 1100-1200 हो गया है. लेकिन अगर बाकी बॉर्डर भी सील किये गए तो दिक्कत बढ़ सकती है.

दिल्ली ना जाने से हरियाणा में सब्ज़ी के ढेर लगे हैं. फल-सब्जियों सहित अन्य सामान लेकर ट्रक चालक जाम में फंसे है और आलम ये है कि सामान पूरा खराब होने के कगार पर आ पहुंचा है. जाम में फंसे कच्चे माल से भरे ट्रक जल्द नहीं निकले तो खराब हो जाएंगे. वहीं अब पूरे जिले की सब्जी पानीपत की सब्जी मंडी में आ रही है जिसकी खपत कम होने के चलते खरीदार ही नहीं मिल पा रहा है. जिस कारण जो सब्जी 20 रुपये किलो बिक रही थी आज वहीं सब्जी 4 से 5 रुपये किलो है लेकिन उसे खरीदने वाला कोई नहीं मिल रहा.

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