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शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस पर प्रयास के प्रतिभाशाली विद्यार्थी सम्मानित

० 58 विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 50-50 हजार रूपए की राशि का चेक
० 72.83 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
० प्रयास के विद्यार्थियों ने देश के सर्वोच्च संस्थानों में प्रवेश पाकर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया: मंत्री डॉ. टेकाम

रायपुर। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के अवसर पर आज रायपुर के नवीन विश्राम गृह परिसर में आयोजित स्वर्गीय राजीव गांधी स्मृति प्रयास आवासीय विद्यालयों के प्रतिभाशाली 58 विद्यार्थियों को सम्मानित किया। प्रयास आवासीय विद्यालय के यह प्रतिभावान विद्यार्थी वर्ष 2021-22 की राष्ट्रीय स्तर की जेईई, नीट और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में अध्ययन कर रहे हैं। मंत्री डॉ. टेकाम ने इस अवसर पर आईआईटी, एनआईटी, ट्रीपल आईटी और मेडिकल में प्रवेश लेने वाले प्रत्येक विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 50-50 हजार रूपए की राशि का चेक प्रदान कर सम्मानित किया। अतिथियों द्वारा सम्मान समारोह में वर्ष 2021-22 में प्रयास आवासीय विद्यालय की उपलब्धि पर आधारित पुस्तिका का विमोचन भी किया।

मंत्री डॉ. टेकाम ने इस अवसर पर राज्य की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के अधोसंरचना निर्माण के लिए 72 करोड़ 83 लाख 73 हजार रूपए की लागत वाले 32 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इसमें 67 करोड़ 86 लाख 28 हजार रूपए के 29 विकास कार्यों का भूमिपूजन और 04 करोड़ 97 लाख 45 हजार रूपए के तीन विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है। प्रतिभा सम्मान समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। प्रयास आवासीय विद्यालय की उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म का अवलोकन अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर आईआईटी धनबाद में अध्ययनरत छात्रा कु. मेरिना स्मृति मिंज और आईआईटी रायपुर में अध्ययनरत छात्र मुरली मनोहर वर्मा ने अपने अनुभव भी साझा किए।

मंत्री डॉ. टेकाम ने समारोह में सम्मानित होने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रतिभावान बच्चों को आज उनके परिश्रम का इनाम मिल रहा है, जो बच्चे आज यहां जगह नहीं बना पाए है उन्हें इनसे सीखने की जरूरत है। चुनौती कोई भी हो प्रयास करने से उसे दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जनजाति क्षेत्रों के विद्यार्थियों ने देश के सर्वोच्च संस्थानों में प्रवेश पाकर राज्य एवं जनजाति का मान बढ़ाया है। बच्चों की मेहनत, अभिभावकों का सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन को सराहने का अवसर है। प्रतिभाओं को सम्मानित करने से उनमें नई ऊर्जा का संचार होता है, साथ ही आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। इस प्रकार के आयोजन से प्रतिस्पर्धा बढ़ती है और प्रतिभा निखर कर सामने आती है।

मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि प्रयास आवासीय विद्यालय राज्य के संपूर्ण अनुसूचित क्षेत्र सहित गैर-अनुसूचित क्षेत्र में स्थित नक्सल प्रभावित जिलोें के आदिवासी उप-योजना क्षेत्र के प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रारंभ से प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टिकोण से तैयार करता है, जिससे वे विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की प्रतिष्ठापूर्ण संस्थाओं में प्रवेश पाना योग्य बन सके। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में अब तक प्रयास विद्यालय से 107 आईआईटी, 305 एनआईटी, 916 विद्यार्थी विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में और 47 विद्यार्थियों ने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्राप्त का रिकॉर्ड बनाया है। वर्ष 2021-22 में प्रयास आवासीय विद्यालयों ने आईआईटी में 10, एनआईटी में 36, ट्रीपल आईटी में 08, मेडिकल कॉलेज में 04 विद्यार्थियों ने और विभिन्न राज्य स्तरीय परीक्षाओं को मिलाकर कुल 451 विद्यार्थियों ने व्यावसायिक शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश प्राप्त किया है।
समारोह को अध्यक्ष अनुसूचित आयोग के.पी. खाण्डे, उपाध्यक्ष राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग आर.एन. वर्मा, उपाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग सुश्री राजकुमारी ने भी संबोधित किया। आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास श्रीमती शम्मी आबिदी प्रयास आवासीय विद्यालय योजना का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

 

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