Close

एसईसीएल के मानिकपुर खदान में हुआ बवाल,कम्पनी में बाहरी लोगों की भर्ती को लेकर कर रहे विरोध

० जब तक विस्थापितों को नौकरी नहीं तब तक नही होगा काम

कोरबा।एसईसीएल के मानिकपुर खदान में उस वक्त बवाल मच गया ,जब भारी संख्या में भू विस्थापित ठेका कंपनी के कैंप जा पहुंचे। उन्होंने प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए पड़ोसी राज्य से आए मजदूरों को कैंप से बाहर निकाल दिया। पुलिस की समझाइश पर भू विस्थापित शांत हुए और वे चर्चा के लिए पुलिस चौकी पहुंचे।

दरअसल एसईसीएल प्रबंधन द्वारा दादर खुर्द, ढेलवाडीह , भिलाई खुर्द सहित आसपास के 6 गांव की जमीन को मानिकपुर खदान के लिए अधिग्रहित किया है। प्रभावित क्षेत्र के बेरोजगार युवक लंबे समय से रोजगार की मांग करते आ रहे हैं । उन्होंने बीते दिनों रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन भी किया था । इस दौरान प्रबंधन की ओर से ठेका कंपनियों में काम देने का आश्वासन दिया गया। बीते दिनों प्रबंधन द्वारा खदान में ओबी और कोल परिवहन का ठेका कलिंगा नामक कंपनी को दिया गया है। कंपनी के जवाबदार अधिकारी आने वाले दिनों में काम शुरू करने की बात करते आ रहे थे ।

 

इस बीच भू विस्थापितों को पड़ोसी राज्यों से मजदूर लाए जाने की भनक लगी। भू वि स्थापित भारी संख्या में कलिंगा कंपनी के कैंप पहुंचे जहां करीब 120 मजदूर मौजूद थे। इन मजदूरों को देखते ही व विस्थापितों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मजदूरों को कैंप से बाहर निकाल दिया। मामले की जानकारी होने पर ठेका कंपनी के अलावा एसईसीएल के अफसर और पुलिस तथा सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे । कैंप के बाहर काफी देर तक हंगामा होता रहा। आखिरकार पुलिस की समझाइश पर भू विस्थापित चर्चा के लिए चौकी जाने राजी हुए । जहां पुलिस ने बातचीत के बाद एसईसीएल प्रबंधन से चर्चा उपरांत रोजगार मुहैया कराने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर भू विस्थापित घर लौटे।विरोध कर रहे युवा संतोष ने बताया कि जमीन ले ली खदान खुल गया लेकिन जो बातें हुई थी उसे पूरा नही किया जा रहा है चोरी चुपके बाहर से मजदूर लाया जा रहा है।

मानिकपुर चौकी प्रभारी प्रहलाद राठौर ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुची विवाद शान्त कराया गया जहाँ कम्पनी के अधिकारियों को बुलाया गया है।कलिंगा कामर्शियल कंपनी के पीआरओ चक्रधर मोहंती ने इस पूरे मामले में कहना है कि एसईसीएल प्रबंधन के नियमानुसार स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाता है , लेकिन कुछ लोग जबरिया विवाद कर स्थानीय लोगों को बदनाम करने का प्रयास करते हैं। उनके द्वारा बेवजह ही विवाद की स्थिति निर्मित की जाती है इस बार भी काम चालू होने पर ठेका कंपनी में स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। बहरहाहल भू विस्थापित बाहरी मजदूर लाए जाने की बात को लेकर बेहद नाराज थे। पुलिस ने समय रहते लोगों को समझाइश देकर शांत करा दिया ।अब देखना यह है कि ठेका कंपनी अपने वादे पर कायम रहती है अथवा नहीं।

scroll to top