नया साल सभी के लिए खुशियां लेकर आए. इसी उम्मीद से सभी लोग नव वर्ष का स्वागत करने के लिए तैयार हैं. वर्ष 2020 का अनुभव कोरोना वायरस यानि कोविड 19 को लेकर अच्छा नहीं रहा है. नया साल सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला हो ऐसी सभी के मन में प्रबल इच्छा है.
आरंभ अच्छा हो तो अंत भी अच्छा होता है. इसलिए हर कोई अच्छे कार्यों से नए साल की शुरूआत करना चाहता है. साल के प्रथम दिन यानि 1 जनवरी को इन विशेष मंत्रों से साल का आरंभ करें-
ॐ श्रीकृष्णाय शरणं मम।
या कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:॥
इस मंत्र से नव वर्ष का आरंभ करें. यह मंत्र सभी प्रकारों के तनाव और क्लेश का अंत करने में सहायक है.
ॐ नम: शिवाय।
भगवान शिव के इस मंत्र का जाप करने से हर प्रकार की चिंताओं से मुक्ति मिलती है. इसका नित्य जाप भी लाभकारी है. नित्य इस मंत्र का जाप करने से मन को शांति और ऊर्जा मिलती है.
ॐ हं हनुमते नम:।
हनुमान जी को संकट मोचक कहा गया है. नए वर्ष में किसी प्रकार का कोई संकट आपके जीवन में न आए इसके लिए इस मंत्र का जाप करें. यह मंत्र अज्ञात भय, घबराहट को दूर करता है और आत्मविश्वास में वृद्धि करता है.
त्वमेव माता च पिता त्वमेव।
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव।
त्वमेव सर्व मम देवदेव।।
नव वर्ष पर इस मंत्र का जाप करने से माता पिता और भगवान का आर्शीवाद मिलता है. इस मंत्र का जाप करने से तनाव दूर होता है और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है.
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवद्र्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धानान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।
भगवान शिव का यह प्रिय मंत्र है. इसे महामृंत्युजय मंत्र कहते हैं. यह मंत्र शक्तिशाली मंत्रों में से एक माना गया है. इस मंत्र का जाप करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है. भगवान शिव का अभिषेक करते समय इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव का आर्शीवाद प्राप्त होता है.
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
इस मंत्र का जाप करने से सुख समृद्धि आती है. इसे गायत्री मंत्र कहा जाता है. गायत्री मंत्र की महिमा वेदों में भी बताई गई है. नव वर्ष के प्रथम दिन इस महामंत्र का जाप करें.