नई दिल्ली: साल 2020 इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा लेकिन एक ऐसे साल के तौर पर जब मानवजाति ने कोराना संकट के रूप में एक बड़े खतरे को झेला. यह वर्ष कई सीख देकर गया है. कोरोना की वजह से इस वर्ष दुनियाभर के करोड़ों परिवार की आर्थिक परिस्थितियां बिगड़ी, नौकरियां गईं और वित्तिय मदद की जरुरत पड़ी.
इस साल के मिले सबक हम 2021 में काम आ सकते हैं. 2020 का सबसे बड़ा सबक यही था कि सभी को अपने जीवन में वित्तीय सुरक्षा हासिल करने की दिशा में काम करना चाहिए. किसी भी आपदा स्थिति का सामने करने के लिए आपके पास पैसा होना चाहिए. जानते हैं 2020 के वे पांच सबक जो 2021 में आएंगे काम.
यह 2020 का एक बड़ा सबक है. व्यक्ति के पास एक इमरजेंसी फंड होना चाहिए. नौकरी जाना, बीमारी और अन्य आपात स्थिति का सामना करने के लिए आपके पास इमरजेंसी फंड होना चाहिए. जानकारों का कहना है एक शख्स के पास इतना इमरजेंसी फंड होना चाहिए कि नौकरी जाने की स्थिति में कम से कम 6 साल तक उसका और उसके घर का खर्चा चल सके. इसलिए आज से ही इमरजेंसी फंड के निर्माण में जुट जाइए.
2020 ने सभी को स्वास्थ्य बीमा की अहमियत समझा दी है जब अचानक लोगों को इलाज के लिए पैसों की जरुरत पड़ गई. महंगा इलाज और अस्पताल के भारी-भरकम खर्चे से बचने का तरीका है कि आप अपना और अपने परिवार का स्वास्थ्य बीमा कराएं. स्वास्थ्य बीमा के साथ ही आप जीवन बीमा भी जरुर कराएं.
2020 का एक और सबक जो आपको बताता है कि नौकरी कभी भी जा सकती है इसलिए घर में एक से ज्यादा आय होना जरुरी है.इसलिए आय के एक से ज्यादा स्रोत बनाने की कोशिश करें.
कोरोना वायरस महामारी की वजह से लॉकडाउन लागू हुआ सिनेमाघर, शॉपिंग मॉल, टूरिस्ट प्लेस, बाजार सब लॉकडाउन में बंद हो गए. लाखों कर्मचारियों वर्क फ्रॉम होम करना पड़ा. इसका एक सकारात्मक पक्ष भी दिखा कि लोगों का बहुत सा पैसा बचा लेकिन ऐसा हमेशा नहीं रहने वाला. इसलिए जितना आप सोच रहे हैं उससे ज्यादा बचाने की कोशिश करिए.
सच तो यह है कि अगर आप लोगों से पूछेंगे कि आपने किन चीजों पर अपना वेतन खर्च किया है तो वे कुछ बड़े खर्चों को छोड़कर बाकी ब्यौरा नहीं दे पाएंगे. आपको यह पता होना चाहिए कि एक महीने में आपके पैसे किस-किस चीज में खर्ज होंगे. इसके लिए आपके पास एक मासिक बजट होना चाहिए. इसलिए 2021 में हर महीने का बजट जरुर बनाएं.
अपने घर का बजट बनाते वक्त आमदनी और खर्च की एक सूची तैयार करें. एक अन्य सूची भी बनाएं जिनमें उन खर्चों को शामिल करें जिन्हें आपको करना ही होता है- जैसे किराया, ईएमआई, भोजन का खर्च, वाहन आदि। इसके साथ एक लिस्ट और बनाएं जिनमें उन खर्चों का हिसाब रखें जिन्हें करने से आप बच सकते हैं.
सिर्फ टैक्स बचाने के लिए ही नहीं बल्कि अपने अच्छे भविष्य के लिए भी निवेश करना चाहिए। निवेश से पहले अपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए कि आप लघु निवेश करना चाहते हैं या दीर्घ निवेश या फिर मध्यम निवेश.