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दांतों और हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन K है जरूरी

शरीर को हेल्दी रखने के लिए सभी पोषक तत्वों का संतुलित रहना बेहद जरूरी है. जिस पोषक तत्वों की शरीर में बहुत कम जरूरत होती है, वह भी शरीर के लिए उतना ही जरूरी है जितना अन्य पोषक तत्व. बेशक शरीर में ऐसी चीजों की बहुत कम जरूरत होती है लेकिन इसकी कमी से कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसी तरह का पोषक तत्व है विटामिन K.  विटामिन K की शरीर में बहुत कम जरूरत होती है लेकिन इसकी थोड़ी ही मात्रा हमारे शरीर की कई प्रक्रियाओं को पूरी करने में सहायता करती है. अगर इसकी थोड़ी मात्रा कम हो जाए तो कई बीमारियां हो सकती हैं. इसलिए विटामिन K के स्रोतों का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए.

विटामिन K वसा में घुलनशील विटामिन है. इसमें प्रोथ्रोम्बिन नाम का प्रोटीन होता है, जो खून में थक्का नहीं बनने देता. इसके साथ ही यह हड्डियों के चयापचय में सुधार करता है और रक्त में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करता है जिससे हड्डी मजबूत होती है.

हड्डी में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती

विटामिन K बुजुर्गों में एपिसोडिक मेमोरी में सुधार करने में भी सहायक है और धमनियों में मिनरलाइजेशन को रोक कर रक्तचाप को कम रखने में फायदेमंद है. विटामिन के की कमी होने पर दांत के मसूड़ों से खून आने की शिकायतें हो सकती हैं. इसके अलावा विटामिन के की कमी से हड्डियों में खनिज पदार्थों का बैलेंस बिगड़ जाता है जिससे हड्डी की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है.

विटामिन के की कमी को आसानी से उपलब्ध चीजों से पूरी की जा सकती है. आहार में निम्नलिखित चीजों को शामिल कर शरीर में विटामिन K की मात्रा को बढ़ाई जा सकती है. –

केला  : केला भी आसानी से उपलब्ध होने वाला फल है. यह स्वादिष्ट तो होता ही है. यह विटामिन K और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरा होता है. केला पाचन और वजन को मैंटेन करने में भी सहायक है. केले में मौजूद विटामिन K शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है और कार्बोहाइड्रेट और वसा को चयापचय में मदद करता है, जिससे उन्हें ऊर्जा में बदल दिया जाता है.

ब्रोकोली : ब्रोकली जिसे हम हरी गोभी भी कहते हैं, एक पावर फूड है. इसमें विटामिन K के साथ-साथ फाइबर, प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, सेलेनियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है. इसलिए, हड्डियों के घनत्व में सुधार से लेकर मांसपेशियों के निर्माण तक, के लिए स्वास्थ्यवर्धक है.

एवोकाडो : दांत के मसूड़ों में जब सूजन हो जाता तो एवोकाडो इसमें महत्वपूर्ण सुधार करता है. यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करता है. यह विटामिन K और मैग्नीशियम का एक बड़ा स्रोत हैं. इस फल में पोटेशियम भी होता है और यह फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जिससे आपको लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रहने में मदद मिलती है।

ब्लूबेरी : ब्लूबेरी कैलोरी में कम होती है और पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. ब्लूबेरी में विटामिन K और एंटीऑक्सीडेंट सामग्री हृदय रोग के जोखिम कारकों को कम करने, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रक्तचाप को कम करने में मदद करती है.

नट्स : बादाम और काजू में उच्च मात्रा में विटामिन K और मैग्नीशियम होते हैं. ये हृदय स्वास्थ्य और भूख को कम करने के लिए फायदेमंद होते हैं. नट्स मोनोअनसैचुरेटेड वसा भी प्रदान करते हैं जो रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करते हैं और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं.

अंडे : अंडे प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन के का भी भरपूर स्रोत है. इसमें प्रोटीन, फोलेट और सेलेनियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व और खनिज होते हैं. अंडे मांसपेशियों की वृद्धि और हड्डियों की मजबूती में बेहद मददगार है.

 

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