छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खिंचतान अब दिल्ली पहुंच चुका है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और असन्तुष्ट चल रहे मंत्री टीएसी सिंह देव आज दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलेंगे. इस बैठक में छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया भी मौजूद रहेंगे. ऐसे में कयासों का बजारा गरमा गया है. कुछ लोग को लग रहा है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का चेहरा बदल सकता है जबकि कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व का भरोसा भूपेश बघेल पर बकरार है इस कारण मुख्यमंत्री नहीं बदला जाएगा.
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस को मिली जीत के बाद कई दिनों तक मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाओं का बाजार गरमाया रहा था. विधानसभा में मिली जीत के बाद एक तरफ मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेश बघेल दावा कर रहे थे तो दूसरी ओर टीएस सिंहदेव चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुना जाए. हालांकि उस वक्त भूपेश बघेल ने बाजी मार ली थी.
भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद टीएस सिंह देव के लोग अंदरखाने के हवाले से यह दावा करते रहे कि नेतृत्व यहां ढाई साल बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाएगा. ऐसे में ढाई साल हो चुके हैं और अभी तक मुख्यमंत्री नहीं बदला गया है. नेतृत्व के इस फैसले से टीएस सिंहदेव नाराज भी नजर आ रहे हैं.
प्रभारी पीएल पुनिया ने टीएस सिंहदेव को मनाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी. सूत्रों के मुताबिक टीएस सिंहदेव ने आलाकमान को संदेश दे दिया कि वह दो महीने से ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते हैं. ऐसे में अगर नेतृत्व अपना वादा नहीं निभाता है तो वह इस्तीफा दे सकते हैं.
वहीं भूपेश बघेल सीएम बदलने की बात को खारिज कर चुके हैं. हालांकि, कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सीएम बघेल ने बयान दिया था कि आलाकमान जो तय करेगा मैं वैसा ही करुंगा. ऐसे में अब मामला राहुल गांधी के समक्ष आ चुका है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अभूत्वपूर्व सफलता मिली थी. राज्य की कुल 90 सीटों में से कांग्रेस ने 68 सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की थी. वहीं राज्य में बीजेपी 15 सीटों पर सिमट गई थी. वहीं जेसीसी को पांच सीटें और बीएसपी ने दो सीटों पर कब्जा जमाया था.
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