नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद की सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग पूरी करने वाले युवा आईपीएस अफसरों को सेवाकाल के दौरान काम आने वाली कई सीख दी. प्रधानमंत्री ने नए पुलिस अफसरों को उन सेवादारों से बचने की सलाह दी, जो अफसरों के आते ही उनसे चिपकने के लिए चक्कर काटने लगते हैं.
पीएम मोदी ने दीक्षांत समारोह में हिस्सा ले रहे युवा पुलिस अफसरों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए कहा, हर जगह दो-चार लोग हमसे चिपकने की कोशिश करते हैं. कहते हैं – साहब गाड़ी की जरूरत हो तो बता देना व्यवस्था कर देते हैं. ऐसे कई सेवादार आ जाते हैं. आप जहां जाएंगे जरूर ऐसी टोली होगी. उस चक्कर में फंस गए तो फिर निकलना बहुत मुश्किल हो जाएगा. नए इलाके को अपनी आंख, कान और दिमाग से समझने का प्रयास करें.
नरेंद्र मोदी ने आईपीएस अफसरों को कानों में फिल्टर लगाने की भी सलाह दी और कहा कि लीडरशिप में सक्सेस होना है तो कान पर ताला नहीं फिल्टर लगा दीजिए. इससे जो जरूरी चीजें हैं, वहीं पहुंचेंगी, कूड़ा-कचरा दिमाग में नहीं जाएगा. मन मंदिर को साफ रखें.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, एकेडमी से वर्दी में निकलते ही आपके लिए चुनौतियां शुरू हो जाएंगी. आपकी तरफ लोगों के देखने का नजरिया ही बदल जाएगा. आप किस प्रकार अपने आपको कैसे प्रस्तुत करते हैं, इसको बहुत बारीकी से देखना होगा. फर्स्ट इंप्रेशन इज लास्ट इंप्रेशन. आपकी जो छवि बन जाएगी, वही हमेशा आपके साथ ट्रैवल करती रहेगी. बन गई छवि से बाहर आने में बहुत समय लगेगा.
सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में परिवीक्षाधीन आईपीएस अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान देश में पुलिस का ‘‘मानवीय’’ पक्ष सामने आया है. एक महिला परीवीक्षाधीन अधिकारी के सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ‘प्यारे’ लोग हैं.
उन्होंने कहा, “मैं इन लोगों के साथ बहुत जुड़ा हुआ हूं. वे आपके साथ बेहद प्यार से पेश आते हैं… हमें गलत राह पर जाने वालों को रोकना होगा. महिलाएं ऐसा कर सकती हैं. (जम्मू-कश्मीर में) हमारी माएं ऐसा कर सकती हैं….अगर हम शुरू में ही ऐसा करें तो बहुत अच्छा होगा.” उन्होंने यह भी कहा कि योग और प्राणायाम तनाव दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद हैं.