इंटरनेशनल न्यूज़। पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए गुरुवार को मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे पूर्व पीएम नवाज शरीफ को सेना का समर्थन मिला हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अभी भी जेल में हैं। ऐसे में शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है।
विदेश मामलों के विशेषज्ञ ने कही यह बात
विदेश मामलों के विशेषज्ञ सुशांत सरीन ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से हमले हो रहे हैं। बलूचिस्तान में हालात सबसे खराब हैं। बलूच क्षेत्रों के साथ-साथ पश्तून क्षेत्रों में भी हालात ऐसे ही हैं। लोग चुनावों में अपनी पहचान नहीं बताते। ऐसी अटकलें हैं कि ये हमले पाकिस्तानी सेना करा रही है। हो सकता है कि वे खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में चुनाव न चाहते हों। ऐसा माना जा रहा था कि यहां इमरान खान की पीटीआई बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। इनमें से कुछ हमलों से यह सुनिश्चित होगा कि मतदान केंद्रों पर मतदान कम हो, जिसका मतलब है कि मतदान सेना की योजना के अनुसार होगा।
चुनावों के नतीजे पहले से तय होते हैं: रक्षा विशेषज्ञ
पाकिस्तान में अशांति पर रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा ने कहा कि इन चुनावों के नतीजे पहले से तय होते हैं। प्रधानमंत्री कौन होगा से लेकर प्रत्येक पार्टी कितनी सीटें जीतेगी। यदि आप देख रहे हैं कि दो मुख्य उम्मीदवार हैं- पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो। एक तरफ नवाज शरीफ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अगर वह गठबंधन में सरकार बनाते हैं, तो वह अपनी बेटी मरियम को आगे बढ़ा सकते हैं। नवाज शरीफ के पाकिस्तानी सेना के साथ संबंध बेहतर हो गए हैं, उनका परिवार वापस आ गया है। उनके अपराधों को माफ कर दिया गया है। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में लगातार से हिंसा हो रही है। भले ही सेना इन चुनावों का प्रबंधन करती हो, सरकार चला रही हो, लेकिन देश में गंभीर आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए यह बहुत मुश्किल काम होगा।
पाकिस्तान में मोबाइल सेवाएं बंद
पाकिस्तान में मोबाइल सेवाएं को बंद कर दी गईं हैं। मुल्क के आंतरिक मंत्रालय ने बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर देशभर में मोबाइल सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।