प्रेगनेंसी के दौरान जोरदार लालसा का होना बहुत सामान्य है, लेकिन बहुत जरूरी है कि क्या खाया जाए और क्या नहीं खाया जाए के बारे में बहुत सावधान रहा जाए. अक्सर आपके आसपास लोगों की तरफ से सलाह दी जाती है कि प्रेगेनेन्सी एक ऐसा समय होता है जब एक महिला जो चाहे खा सकती है क्योंकि तकनीकी रूप से दो लोगों के लिए खा रही होती है. लेकिन फूड और ड्रिंक्स के विकल्पों के सिलसिले में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि उनमें से कुछ बहुत ज्यादा प्रेगनेन्सी के दौरान नुकसानदेह हो सकते हैं, इसलिए उनको नजरअंदाज किया जाना चाहिए. प्रेगनेंट होने के दौरान परहेज करनेवाली लिस्ट बताई जा रही है.
कॉफी:कॉफी एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसको हर कोई रोजाना की बुनियाद पर पीता है लेकिन ये एक सबसे महत्वपूर्ण आम ड्रिंक है जिससे प्रेगनेंसी के दौरान बचना चाहिए. कॉफी से दूर रहने की वजह ये है कि कैफीन बच्चे की सेहत के लिए अच्छा नहीं है और ये मिसकैरेज का खतरा खासकर पहली तिमाही में बढ़ाता है.
उच्च सोडियम वाला फूड्स:नमकीन खाना फूड लिस्ट में सबसे ऊपर होता है जिसको प्रेगनेन्ट होते हुए महिलाओं की लालसा होती है, और इस प्रकार के फूड का सेवन लेवल आम तौर से बहुत ज्यादा होता है. हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पानी जमाव और सूजन की समस्या हो सकती है, जो अधिक सोडियम वाले भोजन से नकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं. सलाह दी जाती है कि सोडियम लेवल को प्रति दिन 2300 मिलिग्राम पर बनाए रखा जाना चाहिए.
अल्कोहल:अल्कोहल से हर कीमत पर बचा जाना चाहिए. प्रेगनेंसी के दौरान एक कतरा भी नहीं पीया जाना चाहिए. अल्कोहल बच्चे के स्वस्थ विकास को बाधित करता है. यहां तक कि जन्म के बाद भी स्तनपान कराने तक अल्कोहल से परहेज करना चाहिए. अगर आप सोचते हैं कि जन्म के बाद ये बच्चे को प्रभावित नहीं करेगा, तब आप गलत हैं क्योंकि स्तनपान से ये बच्चे तक परिवर्तित हो सकता है.
गंदी सब्जियां:सब्जियों को प्रेगनेंट महिला की डाइट के लिए महत्वपूर्ण होने का सुझाव दिया जाता है, लेकिन उसे अच्छी तरह से खाने से पहले धोया जाना चाहिए. यहां तक कि अगर आपने उसे डिपार्टमेंटल स्टोर या सुपर स्टोर से खरीदा है, सावधान होना अच्छा है क्योंकि अक्सर ये गंदगी में ढंकी होती हैं जो उसे कीटाणुओं का खतरा बनाता है.
ग्रीन टी:बहुत हैरानी की बात है कि ग्रीन टी एक ऐसा ड्रिंक जिसे प्रेगनेन्सी के दौरान नजरअंदाज किया जाना चाहिए. हालांकि, उसके बारे में समझा जाता है कि ये बहुत ज्यादा स्वस्थ होती है. न सिर्फ उसमे कैफीन की थोड़ी मात्रा होती है बल्कि ये आपके मेटाबोलिज्म को भी बढ़ाती है जो पहले से ही प्रेगनेन्सी के दौरान ज्यादा होता है. लेकिन कुछ न्यूट्रिशनिस्ट सुझाव देते हैं कि सबसे अच्छा है परहेज किया जाए या संतुलन में पीय जाना चाहिए.