Close

आंख फड़कने के पीछे होती है यह वजह, जानें

आमतौर पर आंखों का फड़कना नॉर्मल होता है और ये अपने आप ही कुछ सेकंड या मिनट बाद चला जाता है. हां, अगर ये बहुत ज्यादा फड़क रही है और लगातार काफी समय हो रहा है तो ये जरूर किसी बीमारी का संकेत हो सकता है और हमें इस बारे में डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए.

क्यों फड़कती हैं आंखें-कई बार आंखों की एक मसल जो आंखों के खुलने और बंद होने के लिए रिस्पॉन्सिबल होती है वो किसी कारण से अपने रूटीन से अलग व्यवहार करने लगती है. कई बार ये जो मूवमेंट्स करती है वो कंट्रोल नहीं किए जा सकते हैं. जिस तरह से हमारे शरीर की कई अन्य मसल्स में ऐंठन, मरोड़ और दर्द होता है ठीक वैसे ही आंखों के साथ भी होता है. ये दो तरह की हो सकती है एक तो जो पलक झपकने जैसा ही प्रतीत होता है, लेकिन ये काफी तेज होता है. दूसरा जिसमें चेहरे की एक साइड की मसल्स एक दूसरे से चकराती हैं और आंखों पर असर करती हैं.

इन कारणों से फड़फड़ाती हैं आंखें-

  1. स्ट्रेस
  2. नींद कम लेना
  3. कैफीन का सेवन
  4. न्यूरोलॉजी की समस्या
  5. आंखों में इंफेक्शन की वजह से

इस तरह रोकें आंखों का फड़फड़ाना-

इस कंडीशन का असर स्ट्रेस से होता है और काफी हद तक ज्यादा स्ट्रेस की कंडीशन में लोग ये समझ लेते हैं कि ये अशुभ बात का संकेत है. लेकिन यकीन मानिए आपका स्ट्रेस कम होते ही आपकी आंखों का फड़कना बंद हो जाएगा.

आंखों की मसल्स अगर रिलैक्स नहीं होंगी तो आंखों का फड़कना लगातार जारी रहेगा. ये आपकी आंखों के स्ट्रेस को बढ़ा सकता है और ये आंखों की कई समस्याओं का कारण बन सकता है. इसलिए ये जरूरी है कि आप अपनी आंखों के फड़कने की स्थिति को कम कर लें और अपनी स्लीप साइकिल को एक रेगुलर शेड्यूल बना लें.

कैफीन एक ऐसा पदार्थ है जो आपके शरीर में कई सारे बुरे असर पैदा कर सकता है. चाय, कॉफी, सोडा, चॉकलेट, सभी में कैफीन होता है और ये आंखों का फड़कना बढ़ा सकता है. आप कैफीन धीरे-धीरे कम कर सकते हैं या पूरी तरह से इसे लेना बंद कर सकते हैं. ये आपकी आंखों के फड़कने की समस्या को कम कर देगा.

 

 

ये भी पढ़ें- नवरात्रों में इन चीज़ों का जरूर करें सेवन, होता है शुभ

One Comment
scroll to top