कोरोना वायरस की तीसरी लहर का असर बच्चों में घातक हो सकता है. विशेषज्ञों ने अभी से सावधानी बरतने और निपटने की कवायद पर जोर देना शुरू कर दिया है. रणनीति के तहत बाल चिकित्सा से जुड़े उपकरणों को अस्पतालों में सुनिश्चित किया जाने लगा है. हालांकि, टीकाकरण अभियान पूरी रफ्तार से जारी है लेकिन आबादी के बड़े हिस्से तक पहुंचने में अभी समय लगेगा. लिहाजा, आनेवाले खतरे को देखते हुए बच्चों की इम्यूनिटी की देखभाल बेहद जरूरी हो गया है.
मजबूत इम्यूनिटी बच्चों में संक्रमण के खतरे को कम करती है और उनको स्वस्थ रखती है. आप अपने बच्चों की कुछ आसान टिप्स की मदद से इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं. डाइट बच्चों के अंदरुनी सिस्टम को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा करती है, शुरुआती उम्र में अप्रत्याशित प्यूबर्टी, मोटापा और बालों के सफेद होने के खतरे को कम करती है. बच्चे और व्यस्क दोनों में इम्यूनिटी बढ़ाने का सबसे बुनियादी तरीका स्वस्थ और पौष्टिक भोजन है. आपको अपने बच्चे की डाइट में कुछ फूड्स को जरूर शामिल करना चाहिए.
स्थानीय फल- डाइट में कम से कम एक स्थानीय या मौसमी फल को शामिल करने की कोशिश करें. अगर उन्हें साबुत फल खाना पसंद भी नहीं है, तो इन फलों का एक टुकड़ा जरूर खिलाएं क्योंकि इससे आंत की अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलेगा.
लड्डू या हलवा- पौष्टिक और स्वस्थ फूड का खाना हर शख्स के लिए जरूरी है. कुछ मीठा और साधारण फूड जैसे रोटी, घी और गुड़ की चिक्की या सूजी का हलवा या रागी का लड्डू बच्चों के ऊर्जावान रहने में मदद कर सकते हैं.
चावल- पचने में आसान और स्वादिष्ट चावल बच्चे की डाइट में जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण फूड है. चावल कई पोषक तत्वों में भरपूर होता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण उसमें मौजूद एक विशेष प्रकार का एमिनो एसिड है. दाल, चावल और घी बच्चों के लिए सबसे अच्छा डिनर का विकल्प बनाते हैं.
अचार या चटनी- बच्चों को रोजाना घर पर बना थोड़ा अचार या चटनी खिलाएं. ये साइड डिश उनके आंत की बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करेगी, उनकी इम्यूनिटी को मजबूत करेगी और उन्हें खुश रहने में मदद करेगी.
काजू- भोजन के बीच थोड़ा काजू उनके लिए जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व उपलब्ध कराएगा. काजू बच्चों को सक्रिय और ऊर्जावान रखेगा और दर्द और पीड़ा कम करने में भी मदद करेगा.
नींद का शेड्यूल- अक्सर नींद के शेड्यूल का महत्व कम आंका जाता है. लेकिन नींद इम्यूनिटी और सेहत की बहाली में अहम भूमिका अदा करती है. ये मोटापा के खतरे को कम करती है और अस्वस्थ फूड की लालसा पर लगाम लगाने में मदद करती है.
जंक फूड से परहेज- सभी प्रकार के जंक या प्रोसेस्ड फूड्स में भरपूर ट्रांस फैट और न्यूनतम पोषक तत्व होते हैं. इस तरह के फूड्स अक्सर वजन बढ़ाने में योगदान करते हैं और शरीर को पोषण नहीं देते हैं. यहां तक कि फूड्स पैकेट पर स्वस्थ का लेबल लगा हुआ भी स्वस्थ नहीं होता.
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