इलाहाबाद हाईकोर्ट में आपराधिक याचिका दाखिल कर उद्योगपति अनिल अंबानी और उनके परिवार एवं कंपनी सहित अन्य लोगों के खिलाफ बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाने में 1.50 लाख करोड़ के घोटाले के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है, साथ ही सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई। इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आपराधिक याचिका दायर की गई। हालांकि एफआईआर 16 मई 2022 को दर्ज की गई थी। जिसकी सुनवाई 29 जून को तय की गई है।
धीरूभाई अंबानी इस गंभीर धोखधड़ी में विजय माल्या से दस गुना तेज आगे निकल गए हैं। याचिका दायर के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति डॉ. कौशल जयेंद्र ठाकर तथा न्यायमूर्ति गौतम चौधरी की खंडपीठ के समक्ष स्वतंत्र पत्रकार पवन कुमार की याचिका की सुनवाई होनी थी, लेकिन समय की कमी के कारण नहीं हो सकी। सेबी ने जांच की और रिलायंस होम फाइनेंस कंपनी को फ्रॉड घोषित किया है साथ ही इस पर 1514 करोड़ बैंक और 570 करोड़ लेनदारों के पैसे का भी घोटाला करने का आरोप लगाया गया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में आपराधिक याचिका दाखिल कर उद्योगपति अनिल धीरूभाई अंबानी, उनकी पत्नी टीना अंबानी सहित परिवार व कंपनी के अन्य लोगों के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की गई है। अंबानी के खिलाफ बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाने में एक लाख पचास हजार करोड़ रुपये के घपले के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है। 16 मई 2022 को दर्ज केस की सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई है। मामले में 29 जून को सुनवाई होगी।