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भगवान शिव का सावन : एक दिन बाद शुरू होगा पवित्र महीना, भोलेनाथ को प्रसन्न करने करें ये उपाय

नई दिल्ली। भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना सावन आने में केवल दो दिन बचा है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का पांचवां महीना सावन का होता है। इस दौरान पूरे पवित्र महीनेभर भगवान शिव की विशेष पूजा-आराधना की जाती है।

इस साल सावन का महीना विष्कुंभ और प्रीति योग में शुरू होने जा रहा है। इस योग में पूजा-उपासना करना बहुत ही शुभ और मंगलकारी होता है। सावन का महीना 14 जुलाई से आरंभ होगा। मान्यता है कि सावन के महीने में जो भी श्रद्दालु भगवान भोलेनाथ का सच्चे मन से पूजा-आराधना करता है उसकी सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती है।

14 जुलाई से शुरू होने वाला सावन का महीना 12 अगस्त तक रहेगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी तक निद्रा में होते हैं ऐसे में समस्त सृष्टि की जिम्मेदारी भगवान शिव के कंधों पर होती है। आइए जानते हैं इस वर्ष सावन के महीने में कौन-कौन से शुभ योग बन रहे हैं और भगवान शिव की उपासना कैसे करें।

इस महीने में विशेष योग
हिंदू धर्म के लोगों के लिए यह महीना विशेष महत्व रखता है। सावन माह में भगवान शिव की उपासना करने पर सभी तरह के फलों की प्राप्ति होती है। वैसे तो सावन के महीने के हर एक दिन शिव उपासना और आराधना का महत्व है, लेकिन सावन के महीने के प्रत्येक सोमवार का दिन विशेष होता है। यह दिन भगवान शिव का माना गया है। इस साल सावन का महीना विष्कुंभ और प्रीति योग में शुरू होने जा रहा है। इस योग में पूजा-उपासना करना बहुत ही शुभ और मंगलकारी होता है।

इस सावन में 4 सोमवार
इस वर्ष सावन माह में कुल मिलाकर 4 सोमवार के व्रत आएंगे। सावन सोमवार का व्रत अच्छे वर की कामना के लिए लड़कियां रखती हैं। सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई, सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा सोमवार 01 अगस्त और चौथा सावन सोमवार 08 अगस्त को पड़ेगा।

सावन माह का महत्व
सावन के महीने में किए गए सोमवार के व्रत का फल बहुत जल्दी मिलता है। जिन लोगों के विवाह में परेशानियां आ रही हैं उन्हें सावन के महीने में भगवान शंकर की विशेष पूजा करनी चाहिए। भगवान शिव की कृपा से विवाह संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस माह में शिव की पूजा करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है और मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है।

1.सावन सोमवार व्रत
2.सोलह सोमवार व्रत
3.प्रदोष व्रत
श्रावण महीने में सोमवार को जो व्रत रखा जाता है उसे सावन का सोमवार व्रत कहते हैं। वहीं सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार तक व्रत रखने को सोलह सोमवार व्रत कहते हैं और प्रदोष व्रत भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के प्रदोष के दिन किया जाता है।

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