श्रीलंका में बुधवार को हुए भारी विरोध प्रदर्शन की वजह से कम से कम 84 लोग घायल हुए हैं। श्रीलंका अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, कल पीएम आवास पर घुसने के दौरान करीब 42 लोग घायल हुए, जबकि संसद के नजदीक रातभर चले प्रदर्शन में 42 घायल हुए हैं। घायलों में 79 पुरूष जबकि 5 महिलाएं हैं. इनमें एक आर्मी ऑफिसर, 2 पुलिस ऑफिसर और दो पत्रकार भी शामिल हैं।
शांतिपूर्ण और लोकतंत्रिक परिवर्तन के लिए समझौते की भावना अपनाएं
इधर, ऐसी खबर है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे भारतीय समय के अनुसार, दोपहर आज करीब 12 बजे मालदीव से प्राइवेट जेट के जरिए वे सिंगापुर रवाना हो सकते हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रपति गोटाबाया के बुधवार तड़के देश से मालदीव भागने के बाद भारी विरोध प्रदर्शन देखा गई। इधर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि श्रीलंका के हालात पर उनकी लगातार करीबी नजर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि विवाद की जड़ और प्रदर्शनकारियों की मांगों का समाधान किया जाए। इसके साथ ही, यूएन महासचिव ने सभी पार्टी नेताओं से शांतिपूर्ण और लोकतंत्रिक परिवर्तन के लिए समझौते की भावना अपनाने की अपील की।
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति और संसद के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद पर श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की मालदीव पहुंचने में मदद करने के आरोप लग रहे हैं। श्रीलंकाई अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि गोटबाया एक सैन्य विमान से मालदीव पहुंचे हैं।
मालदीव में नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने देश में किसी सैन्य विमान के उतरने के शुरुआती अनुरोधों को ठुकरा दिया था लेकिन बाद में संसद अध्यक्ष नशीद के आग्रह पर विमान को उतरने की अनुमति दी।
इस जानकारी के सामने आने के बाद नशीद आलोचकों के निशाने पर हैं। आलोचक कह रहे हैं कि नशीद जैसे लोकतंत्र से प्यार करने का दावा करने वाले शख्स की गोटबाया जैसे नेता की मदद करना अस्वीकार्य है, जिस पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का आरोप है। आलोचकों का कहना है कि नशीद को किसी दिन इस जघन्य कृत्य की कीमत चुकानी पड़ेगी।
राष्ट्रपति नशीद ने की गोटाबाया के भागने में मदद
रॉयटर्स के पूर्व पत्रकार और प्रमुख श्रीलंकाई पत्रकार शिहार अनीज़ ने ट्वीट किया कि श्रीलंका से गोटाबाया के भागने में मदद राष्ट्रपति नशीद ने की थी, जो सुशासन की वकालत करने का दावा करते हैं। शिहार ने पूछा कि राष्ट्रपति नशीद श्रीलंका के लोगों के लिए क्या सुशासन और न्याय लाए हैं। शिहार ने अपने ट्वीट में नशीद से सवाल किया, “आपने गोटबाया को अस्थायी शरण दिलवाने में मदद क्यों की, जिसकी वजह से लाखों लोग पीड़ित हुए हैं?”
मालदीव नेशनल पार्टी के संसदीय समूह ने गोटाबाया को श्रीलंका से भागने में मदद करने के लिए सरकार के कार्यों की समीक्षा के लिए संसद में एक प्रस्ताव दायर करने का फैसला किया है।