खराब मौसम और बादल फटने के बाद आज से बालटाल और पहलगाम दोनों तरफ से पूरी यात्रा फिर से शुरू हो गई। अमरनाथ यात्रियों का नया जत्था शुक्रवार को पहलगाम पहुंचा। श्राइन बोर्ड ने कहा है कि शुक्रवार को दिन में मौसम स्थिर हो गया है, आज सुबह से बालटाल और पहलगाम दोनों तरफ से पूरी यात्रा फिर से शुरू हो गई। शुक्रवार को दोपहर से शाम तक 10 हजार से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए और अब तक 1.7 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं।
जम्मू स्थित भगवती नगर यात्री निवास से 16वां जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ। इसमें 5461 अमरनाथ यात्री शामिल थे. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में 220 वाहनों में यात्री बम बम भोले के जयकारों के साथ रवाना हुए। वहीं, करनाल के एक श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पहलगाम मार्ग के लिए रवाना हुए 3486 यात्रियों में 2806 पुरुष, 563 महिलाएं, 16 बच्चे, 89 साधु और 11 साध्वी शामिल थीं। वहीं बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुए 1975 श्रद्धालुओं में 1348 पुरुष, 603 महिलाएं, 24 बच्चे शामिल थे।
बालटाल और पहलगाम में मौसम साफ
आज सुबह मौसम साफ रहने के चलते बालटाल और नुनवान पहलगाम स्थित दोनों आधार शिविरों से शिव भक्तों को पवित्र गुफा की ओर चढ़ाई करने की अनुमति दी गई। मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के अलावा अधिकतर मौसम साफ रहने की संभावना जताई है, जिससे उम्मीद है कि यात्रा प्रभावित नहीं होगी।
बादल फटने के बाद रोक दी गई थी अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ गुफा के पास ही पिछले हफ्ते बादल फट गया था और बाढ़ आ गई थी जिसमें कम से कम 16 यात्रियों की जान गई थी और कई यात्री घायल हो गए थे। इसके बाद यात्रा पर रोक लगाकर नए जत्थे की रवानगी पर भी रोक लगा दी थी। अमरनाथ गुफा के पास त्रासदी के बावजूद भोले के भक्तों में उत्साह और जोश में कोई कमी नहीं आई है। देशभर से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन जम्मू-कश्मीर पहुंच रहे हैं।
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