नई दिल्ली: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है.
11 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था
एडीपी ने इससे पहले अप्रैल में वृद्धि दर के 11 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था. बहुपक्षीय वित्त पोषण एजेंसी ने एशियाई वृद्धि परिदृश्य (एडीओ) में कहा कि मार्च 2021 को समाप्त वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 1.6 प्रतिशत थी, जिसके चलते पूरे वित्त वर्ष के दौरान संकुचन आठ प्रतिशत के पूर्वानुमान के मुकाबले 7.3 प्रतिशत रहा.
लॉकडाउन के उपायों में ढील के बाद आर्थिक गतिविधियां फिर शुरू हुईं
एडीपी ने कहा कि शुरुआती संकेतकों से पता चलता है कि लॉकडाउन के उपायों में ढील के बाद आर्थिक गतिविधियां फिर शुरू हो गई हैं. एडीओ 2021 में वित्त वर्ष 2021 (मार्च 2022 को समाप्त) के लिए वृद्धि अनुमान 11 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है, जो बड़े आधार प्रभाव को दर्शाता है.
वृद्धि के पूर्वानुमान को सात प्रतिशत से बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया
इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वृद्धि के पूर्वानुमान को सात प्रतिशत से बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया गया है.
चीन की वृद्धि दर 2055 में 5.5 प्रतिशत रहने का अनुमान
एडीबी ने जानकारी देते हुए कहा कि साल 2018 में चीन की वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत रह सकती है वहीं, साल 2022 में ये वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रह सकती है.
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