रायपुर। रेलवे का क्लर्क नौकरी के साथ अतिरिक्त आय के लिए विभाग को दाग लगा रहा था। शिकायत पर आरक्षण केंद्र के क्लर्क पर विजिलेंस ने कार्रवाई की। आरपीएफ ने क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया है।
क्लर्क 100 रुपए प्रति व्यक्ति अतिरिक्त लेकर एजेंट का तत्काल टिकट बनाता था। इधर एजेंट रेल यात्रियों से 300 रुपए प्रति व्यक्ति अलग से चार्ज लेता था। इससे रेलवे की बदनामी होती थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रेसुब पोस्ट दुर्ग पोस्ट प्रभारी एसके सिन्हा उप निरीक्षक एम एल यादव, सउनि आर जी राय, हमराह व सतर्कता शाखा दपूमरे बिलासपुर के मुख्य सतर्कता निरीक्षक रजनीकांत, राजीव लोचन चौबे द्वारा अवैध रूप से रेलवे आरक्षण टिकट का कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध छापामारी की कार्रवाई की गई.
आरपीएफ से मिली जानकारी अनुसार रेलवे आरक्षण केंद्र मरोदा में कार्यरत टिकट बुकिंग क्लर्क डी हेमंत कुमार पिता स्व. काम राजू (40 वर्ष) निवासी मरोदा रेलवे क्वार्टर, थाना नेवाई, जिला दुर्ग के कब्जे से एक नग तत्काल आरक्षण रेलवे टिकट मिला।
कार्रवाई के दौरान क्लर्क ने टिकट के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बताया कि राघवेंद्र यदुवंशी उर्फ धीरज पिता पूरन लाल यदुवंशी उम्र 28 वर्ष, जो कि सिद्धिविनायक कॉलोनी, संगम मैरिज पैलेस के पीछे, चंद्रशेखर वार्ड नंबर 65, कांदुला रोड बोरियाखुर्द, रायपुर, थाना टिकरापारा के व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर उक्त टिकट को बनाना बताया।
पूछताछ में इसके एवज में प्रति व्यक्ति टिकट 300 रुपए अधिक निजी लाभ के लिए उक्त कार्य को करना बताया। उसके बाद दोनों आरोपियों के कब्जे से एक नग तत्काल आरक्षण टिकट व 2 नग मोबाइल नगदी 2100 जप्त किया गया। उनके विरुद्ध धारा 143 रेलवे अधिनियम की कार्रवाई की गई है।