रायपुर। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रायपुर में आयोजित समारोह में झंडारोहण और परेड की सलामी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ में जल्द ही गौठानों को आजीविका-केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए 2 अक्टूबर से ‘ग्रामीण आजीविका पार्क’ शुरू किया जाएगा।
सीएम ने बताया कि गौठानों को आजीविका-केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए हम ‘ग्रामीण आजीविका पार्क’ अर्थात ‘रूरल इंडस्ट्रियल पार्क’ प्रारम्भ करने जा रहे हैं। इसका उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाना है। गांधी जयंती अर्थात 2 अक्टूबर 2022 के अवसर पर इसका शुभारम्भ किया जाएगा। बताया गया कि प्रथम वर्ष में 300 ऐसे पार्क स्थापित कर दिए जाएंगे।
प्रदेश में 3 लाख से अधिक बाड़ियां विकसित
सीएम ने कहा कि अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए हमने 4 रुपए प्रति लीटर की दर से गौ-मूत्र खरीदी की योजना भी शुरू कर दी है, जो ‘रासायनिक पेस्टिसाइड्स’ के मुकाबले एक बेहतर विकल्प है। ‘बाड़ी योजना’ अंतर्गत प्रति गौठान एक से डेढ़ एकड़ तक भूमि चिन्हांकित की गई है और अभी तक 3 लाख से अधिक बाड़ियां विकसित की जा चुकी हैं।
धान से बायो एथेनाल बनाने की योजना
समारोह में सीएम ने बताया कि राज्य के बम्पर धान उत्पादन को किसानों की शक्ति बनाने के लिए हमने राज्य की जरूरतें पूरी होने के बाद, शेष धान से ‘बायो एथेनाल’ के उत्पादन की योजना बनाई है। 27 निवेशकों के साथ एमओयू भी किया है। विकासखण्डों में फूडपार्क बनाने की योजना के तहत अभी तक 112 स्थानों पर भूमि चिन्हांकित की जा चुकी है और इनमें से 52 विकासखण्डों में लगभग 621 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण उद्योग विभाग को किया गया है।
‘सी-मार्ट’ से मिल रहा रोजगार
परम्परागत कौशल के वैल्यू-एडीशन के लिए हमने ‘सी-मार्ट’ की स्थापना का वादा भी निभाया है। इससे बुनकरों, कारीगरों, शिल्पकारों तथा स्व-सहायता समूहों के स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए उचित बाजार मिलेगा। रोजगार मिलेगा।