गौतम अडानी की कंपनी अडानी Group ने कुछ महीने पहले ही एसीसी और अंबुजा सीमेंट का अधिग्रहण पूरा किया है। उसके बाद अडानी Group देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट सप्लायर बन गया था। लेकिन अब अडानी Group ने हिमाचल प्रदेश के बरमाना और दारलाघाट में अपने दो सीमेंट प्लांट को परिवहन की अधिक लागत के कारण बंद करने का फैसला कर लिया है। कंपनी ने भले ही प्लांट्स के संचालन को बंद करने के लिए उच्च परिवहन लागत की बात कही हैं। लेकिन इस मुद्दे को पहाड़ी राज्य के भीतर कांग्रेस की सत्ता में वापसी से जोड़ा जा रहा है, जिसने सीमेंट की बोरियों की दर में कमी की मांग की है। हिमाचल के लोगों के लिए सीमेंट की अधिक कीमतें एक गंभीर समस्या रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट् के मुताबिक, अडानी Group द्वारा अचानक अपना काम बंद करने के फैसले को सरकार द्वारा सीमेंट की दरों में कटौती की मांग के जवाब में की गई प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है। सीमेंट की कीमतें कम करने के लिए सरकार के दबाव को देखते हुए अडानी Group अचानक यह निर्णय ले सकता था, हालांकि सीमेंट कंपनियों के प्रबंधन ने उच्च भाड़ा दरों का हवाला दिया है। इसलिए सीमेंट की कीमतों का कम नहीं किया जा सकता है।
कंपनी एक्ट के तहत नोटिस भी नहीं दिया अडानी
बताया जा रहा है कि अडानी Group ने प्लांट बंद करने से कंपनी एक्ट के तहत नोटिस भी नहीं दिया। फैक्ट्री में जरूर कर्मचारियों को दफ्तर नहीं आने को लेकर जरूर नोटिस लगाए गए। मगर, सरकार के ध्यान में यह मामला नहीं लाया गया। बता दें कि दोनों प्लांट बीती शाम 5 बजे से बंद है। कंपनी ने कर्मचारियों और कामगारों को आगामी आदेशों तक दफ्तर नहीं आने के निर्देश दे रखे हैं। इससे दोनों जिलों में 20 हजार से अधिक परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है।
कई राज्यों में भेजा जाता है सीमेंट
दोनों प्लांट से हिमाचल प्रदेश के अलावा पंजाब और हरियाणा के लिए सीमेंट की आपूर्ति की जाती है। पंजाब और हरियाणा से मालगाड़ियों में सीमेंट देश के अन्य राज्यों में भी भेजा जाता है।
ऑपरेटरों के साथ की जाएगी बैठक
बीडीटीएस के नवनिर्वाचित प्रधान ने राकेश कुमार रॉकी ने कहा कि कंपनी के इस फैसले के बाद बरमाणा में ऑपरेटरों के साथ गुरुवार को बैठक की जाएगी। बैठक में आगामी रणनीति तय की जाएगी। वहीं, दाड़लाघाट में ट्रांसपोटर्स यूनियनों ने 16 दिसंबर को बैठक बुलाई है। इस बैठक में कंपनी की ओर से उठाए गए कदमों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
कंपनी प्रबंधन और ट्रक ऑपरेटर्स सोसायटियों के बीच विवाद
दोनों प्लांट पर माल भाड़े को लेकर कंपनी प्रबंधन और ट्रक ऑपरेटर्स सोसायटियों के बीच विवाद चल रहा है। बीते कल की बैठक बेनतीजा रहने के बाद प्रबंधकों ने प्लांट बंद करने का निर्णय लिया है। कंपनी के GM राजेश लखनपाल ने बताया कि कंपनी ने ऑपरेटर्स सोसाइटियों से रेट कम करने को कहा था। वहीं ट्रक ऑपरेटर्स डीजल के रेट बढ़ने के साथ साथ किराया बढ़ाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
सीमेंट की ढुलाई में भारी कमी आई
कंपनी प्रबंधन ने नोटिस में कहा है कि परिवहन और कच्चे माल की लागत में वृद्धि और बाजार की मौजूदा स्थिति के कारण सीमेंट की ढुलाई में भारी कमी आई है। इससे कंपनी को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसे देखते हुए ACC प्रबंधन ने सीमेंट फैक्ट्री के संचालन और प्लांट से संबंधित सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है।
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