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भीगा और छीला हुआ बादाम कच्चे बादाम से क्यों बेहतर है? जानिए न्यूट्रिशनिस्ट की राय

स्वास्थ्य के हैरतअंगेज फायदे होने की वजह से बादाम का सेवन बड़े पैमाने पर किया जाता है. आपकी मिठाई या सलाद में मुट्ठी भर बादाम स्वाद को बढ़ा सकता है और कई पोषक तत्व जैसे विटामिन ई, स्वस्थ फैट्स, जिंक, आयरन, पोटैशियम उपलब्ध कराता है. लेकिन स्वस्थ नट के सभी पोषक तत्वों का फायदा हासिल करने के लिए आपको एक काम करने की जरूरत है. न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा के मुताबिक, रात में बादाम को भिगो दें.

हमें बताया गया है कि बादाम के भिगोने और छीलने के पीछे कई वजहें हैं. न सिर्फ स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बल्कि भीगे हुए बादाम कच्चे ये भुने हुए बादाम से बेहतर होते हैं. आपको कुछ कारणों को जानना चाहिए कि क्यों बादाम को जरूर छील कर और भिगोकर खाना चाहिए.

मखीजा के मुताबिक, बादाम की सख्त और मजबूत बनावट आपके शरीर को पचने के लिए मुश्किल बनाती है. रात में भिगोने से उसकी स्किन नरम हो जाती है, जिससे शरीर को पचाना आसान हो जाता है. दूसरा नजरिया ये है कि भिगोने से फाइबर को तोड़ने में मदद कर सकता है, जो आपको ज्यादा देर तक भरा रख सकता है.

बादाम के बारे में एक अन्य सच्चाई ये है कि उसके छिलके में विरोधी पोषक तत्व होते हैं, जो खास पोषक तत्वों जैसे कैल्शियम, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम के अवशोषण को खराब कर सकते हैं. रिसर्च में बताया गया है कि अनाज और फलियों को भिगोने से विरोधी पोषक तत्वों का लेवल कम हो सकता है, मगर बादाम और नट्स के सिलसिले में बहुत ज्यादा इसके सबूत नहीं हैं. एक रिसर्च के मुताबिक, 24 घंटे के लिए कमरे के तापमान पर बादाम को भिगोना फाइटिक एसिड का लेवल 5 फीसद से कम घटाने में मदद कर सकता है.

बादाम को भिगोना बिल्कुल आसान है. आधा कप पानी में 4-5 बादाम के दानों को रखें. उसे रात भर रहने दें, सुबह में पानी निकाल लें, छिलके को उतारकर उसका सेवन करें. आप अपने सलाद में उसे शामिल भी कर सकते हैं.

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