काशी दौरे के दूसरे दिन यानी मंगलवार को वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी की ‘पाठशाला’ लगी, जिसमें बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए. पीएम नरेंद्र मोदी ने इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनके कामकाज की रिपोर्ट कार्ड ली. इसके अलावा पीएम मोदी ने यूपी चुनाव को लेकर भी बड़ी बैठक की, जिसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा समेत उत्तर प्रदेश संगठन के पदाधिकारी, प्रभारी, सह प्रभारी मौजूद थे. यह बैठक वाराणसी के ऑफिसर गेस्ट हाउस में हुई.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीएल संतोष, सुनील बंसल, धर्मेंद्र प्रधान, सभी सह प्रभारी, संगठन के नेता, वाराणसी भाजपा के पदाधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे. इस मीटिंग में यूपी चुनाव को लेकर रणनीति बनी और संगठन को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई. यूपी में आने वाले कुछ महीनों में चुनाव होने हैं. ऐसे में अन्य पार्टियों समेत सत्ताधारी बीजेपी भी रणनीतियां बनाने में जुट गई है.
सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के बाद मोदी ने कहा था कि भारत सदियों की गुलामी से उत्पन्न हीनभावना से बाहर निकल रहा है. साथ ही उन्होंने बड़े और नए काशी कॉरिडोर का जिक्र करते हुए कहा था, ‘काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, देश को एक निर्णायक दिशा देगा तथा इसे एक उज्ज्वल भविष्य की तरफ ले जाएगा.’ पीएम ने कहा था, औरंगजेब जैसे आततायियों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, लेकिन आतंक के वे पर्याय इतिहास के ‘‘काले पन्नों’’ तक सिमटकर रह गए, जबकि प्राचीन नगरी काशी अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रही है.
पवित्र काशी नगरी, जो पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है, में पहुंचने के बाद मोदी ने सोमवार को काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की और फिर गंगा में डुबकी लगाई, जहां से उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए गंगाजल भरा. शाम में, उन्होंने एक क्रूज नौका पर से भव्य गंगा आरती देखी. नौका पर भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी थे. आतिशबाजी से आसमान जगमगा गया.
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