रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्थापित औद्योगिक संस्थानों ने ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन काम कर मिसाल पेश की है। राज्य ने ऊर्जा संरक्षण में नेशनल स्तर पर स्थान बनाया है। इसमें राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) का महत्वपूर्ण योगदान है।
क्रेडा के प्रयास से छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्रों में ऊर्जा संरक्षण के उद्देष्य को पूरा किया है। इसमें ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी (बीईई) के परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड (पीएटी) परियोजना अंतर्गत (सीवाईसीएलई-1-2) में 44 औद्योगिक संस्थानों ने भाग लिया। जहां उन्होंने संयुक्त रूप से राज्य में लगभग 2.198 मिलियन टन ऑफ ऑयल इक्यूईवेलेंट ऊर्जा की बचत की है।
परियोजना के साइकिल 1-2 में कुल 6 सेक्टर (एल्यूमिनियम, आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पाॅवर प्लांट, सीमेंट, डिस्काॅम एवं रेलवे) के उद्योगों ने ऊर्जा की बचत की गई है। उक्त परियोजना में ऊर्जा बचत में महाराष्ट्र ने प्रथम व छत्तीसगढ़ राज्य ने द्वित्तीय स्थान प्राप्त किया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर इस उपलब्धि को अन्य उद्योगों से साझा करने की दृष्टि से मुख्य कार्यपालन अधिकारी, (क्रेडा) आलोक कटियार की अध्यक्षता में शुक्रवार को रायपुर में वर्कशॉप काॅन्फ्रेन्स रखा गया। जहां इस उपलब्धि की जानकारी दी गई। वर्कशॉप में एल्यूमिनियम, आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पाॅवर प्लांट एवं सीमेंट उद्योगों के प्रतिनिधि तथा डिज़ीटल एवं प्रिन्ट मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अधिकारी कटियार ने राज्य में हुई 2.198 मिलियन टन ऑफ ऑयल इक्यूईवेलेंट ऊर्जा की बचत की जानकारी मौजूद सभी औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों से साझा की। वहीं मौजूद सभी उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी संस्थानों में ऊर्जा की बचत में किए प्रयासों व तरीकों के तकनीकों के बारे में बताया।
राज्य में आई 6.67 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन में कमी
अधिकारी ने बताया कि इस पहल से राज्य में हुई ऊर्जा की बचत से लगभग 1280 मेगावाॅट के थर्मल पाॅवर प्लांट की आवश्यकता को कम किया गया है, जिससे राज्य के कार्बन उत्सर्जन में लगभग 6.67 मिलियन टन की कमी आई है।
औद्योगिक संस्थानों को मिला एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट
अधीक्षण अभियंता राजीव ज्ञानी ने जानकारी दी कि जिन संस्थानों ने लक्ष्य से अधिक ऊर्जा की बचत की है उन्हें एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट (ईएससी) से पुरस्कृत किया गया है। छत्तीसगढ़ में स्थापित औद्योगिक संस्थानों को कुल 10,10,699 एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट पीएटी ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी (बीईई) के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। मामले में सीएम की पहल से भविष्य में और भी औद्योगिक संस्थानों को परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड परियोजना में शामिल कर ऊर्जा बचत में योगदान दिए जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।