रायपुर। स्कूली छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए कैरियर मार्गदर्शन करने, प्रतियोगी परीक्षाओं से अवगत कराने शिक्षामित्र योजना के तहत बेहतर काम किए जा रहे हैं। इसके तहत आरक्षित वर्गो एवं दिव्यांग बच्चों के लिए अनेक तरह की छात्रवृत्ति एवं योजनाओं की जानकारियां पहुंचाई जा रही है।
इस योजना के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना (GOVERNMENT ENGINEERING COLLEGE RAIPUR) ने सेजबहार स्कूल का चयन किया है। जहां शनिवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेजबहार में NSS Unit ने कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यक्रम की प्रथम कड़ी में अभियान का उद्देश्य (बच्चों को उनके भविष्य में सही विकल्पों के चुनाव के लिए जागरूक करना) से मार्गदर्शन दिया गया। वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना से परिचित कराया गया।
कार्यक्रम की दूसरी कड़ी में एपीजे अब्दुल कलाम जी के प्रेरक प्रसंग से लक्ष्य निर्धारण तथा लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में आने वाली बाधाओं को सामना करने की प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम की तीसरी कड़ी में 11वीं 12वीं के छात्रों को लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उसे प्राप्त करने के मार्ग पर प्रकाश डाला गया। उन्हें बताया गया कि 12वीं के बाद कौन-कौन सी प्रतियोगी परीक्षाओं का विकल्प हमारे सामने होता है। इन परीक्षाओं के जरिए हमें कौन-कौन से श्रेष्ठ शिक्षा संस्थानों में जाने का अवसर प्राप्त होता है।
बच्चों के साथ देश के श्रेष्ठ आईआईटी, एम्स, आईआईएम, आईएमए जैसे संस्थानों को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया ताकि उनमें भी इन शिक्षा संस्थानों में जाने की ललक जगे।
इसके साथ ही शिक्षामित्र के तहत हमने HELPING HAND नाम से 11वीं 12वीं के छात्रों के अध्ययन में सहयोग के लिए एक पहल का प्रारंभ किया है। इसमें महाविद्यालय के छात्रों द्वारा दान किए गए पुस्तकों को आर्थिक रूप से कमजोर, असहाय एवं जरूरतमंद स्कूली छात्रों तक पहुंचाया जाएगा। आप भी ऐसी पुस्तकें दान कर हमारे शिक्षामित्र योजना की कड़ी बन सकते हैं। इसके लिए 8253083844, 9301391075 मोबाइल नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रशांत साहू के मार्गदर्शन में कार्यशाला रखी गई। इसमें प्राचार्य के सहयोग से आशुतोष, यश, नोबल, यामिनी, प्रदीप, हर्षित, श्रुति, आकांक्षा, तारिणी, भुविषा, कल्याणी, दिव्या, सचिन, अवतार, हर्ष, अंशुमन, कृष्णा, खुशी, सिद्धार्थ, रमाशंकर, अवतार तथा देवाशीष पटेल स्वयंसेवकों ने संपादित किया। वहीं भविष्य की कार्यशाला में शिक्षा, खेल, कला क्षेत्र में पारंगत स्वयंसेवक तथा मार्गदर्शन के लिए क्षेत्र विशेषज्ञ अतिथियों को भी शामिल किए जाने की योजना है।