महाराष्ट्र के बाद अब तेलंगाना में हो रही मूसलाधार बारिश छत्तीसगढ़ के लिए आफत बन गई है। सुकमा में शबरी नदी के उफान पर होने के चलते पानी रिहायशी इलाकों में घुसना शुरू हो गया है। शाम तक हालात ऐसे हो गए कि सुकमा का कोंटा इलाका टापू बनता जा रहा है। यहां से सुकमा, हैदराबाद और तेलंगाना की ओर जाने वाले सभी हाईवे पानी में डूब गए हैं।
लगातार बढ़ रहे पानी को देखते हुए कोंटा में शिक्षा विभाग के आश्रमों को खाली करा लिया है। वहां से बच्चों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है। क्षेत्र के स्कूल दो दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। आशंका के मुताबिक, NH-30 पर फंदीगुड़ा नाले का पुल और इंजरम के पास बने पुल पर पानी बढ़ गया है। इसके चलते सुकमा और कोंटा का संपर्क टूट गया।
गोदावरी नदी का जल स्तर करीब 60 फीट तक पहुंचा
तेलंगाना के भद्राचलम में गोदावरी नदी ने तीसरे वार्निंग लेवल को भी क्रॉस कर लिया है। वहां जल स्तर करीब 60 फीट तक पहुंच गया है। इसका असर शबरी नदी में देखने को मिल रहा है। बैक वाटर के चलते सुकमा में बाढ़ की स्थिति बन है। निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया है। वार्ड-15 की पुरानी बस्ती में पानी लोगों के घरों में घुस गया है। उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाया जा रहा है। आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाला NH-30 तीन दिन से बंद है।
गोदावरी का जल स्तर 64 फीट से ऊपर जाने की संभावना
तेलंगाना में हो रहे भारी बारिश से वहां के छोटे-बड़े सभी जलाशय भर गए हैं। ऐसे में उनके गेट को खोल दिया गया है। कई लाख क्यूसिक पानी एक साथ आने से गोदावरी का जल स्तर 60 फीट पर पहुंच गया है। इसके भद्राचलम में 64 फीट तक जाने की संभावना है। तेलंगाना के भद्राद्री कोत्तगुडम जिले के कलेक्टर का कहना है कि जल स्तर खतरे की निशान से ऊपर है। सुरक्षा को देखते हुए भद्राचलम के पुल को 48 घंटे के लिए बंद किया जा रहा है।
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