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UAE में भारत और PM मोदी का भव्य स्वागत, ‘तिरंगा’ और मोदी से जगमगाया बुर्ज खलीफा

नेशनल न्यूज़। फ्रांस की सफल यात्रा के पश्चात संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस देश में भी भारत का डंका बजाया। UAE ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान जताने के लिए अपनी सबसे ऊंची इमारत ‘बुर्ज खलीफा’ पर रोशनियों से भारत का राष्ट्रध्वज ‘तिरंगा’ और मोदी का चित्र प्रदर्शित किया। इतना ही नहीं, भारतीय पीएम के स्वागत में लाइटों से ही ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत है’ (वैल्कम ऑनरेबल प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी) लिखा गया।

भारत- UAE में 3 समझौते
आत्मियतापूर्ण स्वागत-सत्कार के बाद प्रधानमंत्री ने UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान से द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों देशों के बीच 3 समझौते हुए।

1. दोनों देश आपसी लेन-देन में अपनी-अपनी मुद्राओं का उपयोग करेंगे। यह दोनों देशों के आपसी लेन-देन में अब तक प्रचलित डॉलर पर निर्भरता समाप्त करने का बड़ा प्रयास है। भारतीय रिजर्व बैंक और सैंट्रल बैंक ऑफ UAE ने 2 करार किए जिनमें स्थानीय मुद्राओं भारत के रुपए और UAE के ‘दिरहम’ में लेन-देन को प्रोत्साहित करने के लिए फ्रेमवर्क बनाने तथा भुगतान एवं मैसेजिंग सिस्टम को जोडऩा शामिल है। इससे UAE में भी UPI से लेन-देन संभव को सकेगा। स्थानीय मुद्रा सैटलमैंट सिस्टम बनने से निर्यातक और आयातक अपनी-अपनी मुद्राओं में बिल बना सकेंगे और भुगतान कर सकेंगे।

इससे रुपया-AED (दिरहम) विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार को विकसित करने में मदद मिलेगी। इससे दोनों देशों के बीच निवेश और रीमिटैंस (कमाई के पैसे अपने देश भेजना) को भी बढ़ावा मिलेगा। दोनों देशों के केंद्रीय बैंक अपने-अपने फास्ट पेमैंट सिस्टम भारत के एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) और UAE के इंस्टैंट पेमैंट प्लेटफॉर्म (ipp) को जोड़ने में सहयोग करने पर सहमत हुए हैं।

2. इसके साथ ही ‘रुपे स्विच’ और ‘UAE स्विच’ को भी जोड़ा जाएगा। रिजर्व बैंक ने अपने बयान में कहा कि UPI IPP को जोडऩे से दोनों के यूजर त्वरित, सुलभ और सुरक्षित तथा किफायती दरों पर सीमापार लेन-देन कर सकेंगे। कार्ड स्विचों को जोड़े जाने से घरेलू कार्ड की आपसी लेन-देन के लिए स्वीकार्यता बढ़ेगी और कार्ड भुगतान हो सकेगा। इसके साथ ही मैसेजिंग को जोड़े जाने से दोनों देशों के लिए वित्तीय मैसेजिंग हो सकेगी।

3. इसके साथ ही, शिक्षा मंत्रालय और अबू धाबी के शिक्षा एवं ज्ञान विभाग (ADEK) ने खाड़ी देश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली का परिसर स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। परास्नातक पाठ्यक्रम अबू धाबी परिसर में अगले वर्ष जनवरी से उपलब्ध कराए जाएंगे, जबकि स्नातक स्तर के कार्यक्रम सितम्बर से उपलब्ध होंगे। शैक्षणिक कार्यक्रम और अध्यापन पद्धति IIT दिल्ली के अनुसार होगी और डिग्री भी IIT दिल्ली द्वारा ही दी जाएगी।

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