छत्तीसगढ़ में धान की सरकारी खरीदी एक नवम्बर से शुरू होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि धान उपार्जन के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुवाई वाली सरकार किसानों की सरकार है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसान पुत्र हैं, किसानों के मुद्दे पर संवेदनशील हैं। एक नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ करने की तैयारी हो रही है। अधिकारियों को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ में पिछले साल रिकॉर्ड धान खरीदी की गई थी,करीब 21 लाख 77 हजार 288 किसानों ने 98 लाख मीट्रिक टन धान बेचा था। इसके लिए उन्हें 20 हजार करोड़ रुपए का भुगतान हुआ था। सरकार ने इस साल 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम को चिट्ठी लिखी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर एक नवम्बर से धान खरीदी शुरू कराने की मांग की है। उन्होंने लिखा है, छत्तीसगढ़ में 15 अक्टूबर तक धान पक कर, कटकर तैयार हो जायेगी। किसान मुश्किल से एक पखवाड़े तक रुक सकते हैं। इसलिए 01 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू की जानी चाहिए।
देर से खरीदी शुरू होने पर किसान समर्थन मूल्य से 5 से 6 सौ रुपये प्रति क्विंटल कम कीमत पर धान बेचने विवश हो जाता है क्योंकि उसे धान कटाई, मिंजाई का पैसा देना होता है। लेनदार उसके सिर पर खड़े हो जाते हैं। पत्र में साव ने कहा है, कांग्रेस जब विपक्ष में थी तो वह भी एक नवम्बर से धान खरीदी शुरू करने की मांग करती रही है।
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